सोमवार को हुए फाइनल मुकाबले के पहले हाफ में जहां केंद्रीय विद्यालय की टीम हावी दिखाई दी। वहीं दूसरे हाफ में सेंट कॉनरेड्स के कोच की बदली रणनीति का असर मैदान में दिखाई दिया। इसी का असर रहा कि आखिरी हाफ में सेंट कॉनरेड्स की टीम हावी रही। सेंट कॉनरेड्स की टीम को दूसरे में 3 अवसर मिले जिन्हें गोल में तब्दील नहीं किा जा सका। इसी तरह केंद्रीय विद्यायल की टीम भी चार मौकों को नहीं भुना सकी।

टाई ब्रेकर के दौरान जैसे ही सेंट कॉनरेड्स की टीम ने विजयी गोल दागा, वैसे ही खिलाडिय़ों ने मैदान में जीत की खुशी में अपनी टी-शर्ट उतार दी। निर्णायक मंडल में अनिल राजन, परमजीत सिंह, विजय पाठक, मनोज गांधी रहे। इससे पहले सेंट पीटर्स इंटर कॉलेज के प्रिंसिपल फादर एंड्रयू कोरिया ने खिलाडिय़ों से परिचय प्राप्त कर फाइनल मैच का शुभारंभ किया। इस दौरान प्रमोद भंडारी, कौशलेंद्र, कोच अंकुर बलहारा, यमन दियालानी आदि मौजूद रहे।

टूर्नामेंट में चमके सितारे
मैन ऑफ द टूर्नामेंट-धीरज, केंद्रीय विद्यालय
सर्वश्रेष्ठ गोलकीपर-ओम सिकरवार, सेंट पीटर्स
सर्वाधिक गोल (5)-अर्पण, सेंट कॉनरेड्स
फाइनल मैन ऑफ द मैच-व्योम, सेंट कॉनरेड्स
सर्वश्रेष्ठ डिफेंडर-आदित्य, केंद्रीय विद्यालय
सर्वश्रेष्ठ फॉरवर्ड फुटबॉलर-डेविस, सेंट कॉनरेड्स

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टीम को दी बधाई
44 साल के सफर में पहली आर्चबिशप फुटबॉल टूर्नामेंट जीतकर सेंट कॉनरेड्स की टीम ने इतिहास रच दिया। प्रिंसिपल फादर जोवकिम, फादर ज्योति, फादर मनीष, जीबी दरलामी सर, एचओडी अरविंदर मैम, यमन सर, धीरज, हैप्पी शर्मा ने विजयी टीम को बधाई दी। बताया कि स्कूल टीम इस टूर्नामेंट के लिए पिछले चार महीने से कठिन ट्रेनिंग कर रही थी। इसी का नतीजा है कि टीम ने इस ट्रॉफी को जीतकर नाम रोशन किया।