पेरेंट्स भी समझें अपनी जिम्मेदारी
डॉ। सूप्रिया जैन ने बताया कि स्कूल या कॉलेज में अगर वाहन चलाने वाले स्टूडेंट्स नियमों की अनदेखी करते हैं तो पेरेंट्स भी इसके लिए जिम्मेदार हैं। सड़क सुरक्षा माह के अवसर पर पुलिस ने चेकिंग के दौरान वाहन चालकों के चालान काटे, जूर्माना भी वसूल किया गया। ऐसे में स्कूल और कॉलेज के बाहर वाहनों की चेकिंग मेें लगे ट्रैफिक पुलिस कर्मियों ने बच्चों के पेरेंट्स से भी बात की। एसपी ट्रैफिक ने बताया कि पेरेंट्स को रूल्स फॉलो कराने चाहिए, अपने बच्चों को भी जिम्मेदारी का अहसास कराएं।

वाहन चालकों में नहीं जुर्माने का खौफ
ट्रैफिक नियम तोडऩे वालों खासकर हेलमेट न पहनने पर जुर्माना बढ़ा दिया है। लेकिन जुर्माना चाहे जितना बढ़ता चला जाए, इसका असर यहां के लोगों पर नहीं है। रोजाना चलने वाले अभियान में ट्रैफिक पुलिस चालान काटकर लोगों से भारी जुर्माना वसूल रही। फिर लोग सुधरने का नाम नहीं ले रहे। एसपी ट्रैफिक का कहना है कि हम आधे से अधिक लोगों को हेलमेट पहनाने में कामयाब रहे हैं। लेकिन शहर में आज जो हालत दिख रही उससे नहीं लगता कि लोगों में जुर्माने का कोई खौफ है।


रोजाना वसूला जा रहा लाखों का जुर्माना
ट्रैफिक नियम तोडऩे वालों के खिलाफ कार्रवाई में ट्रैफिक पुलिस द्वारा रोजाना लाखों रुपए जुर्माना वसूला जा रहा है, वहीं सैकड़ों वाहन चालकों का चालान किया जा रहा है। जबकि सीज वाहनों की संख्या बहुत कम है। लोग जुर्माना भरते हुए फर्राटा भरने में अपनी शान समझ रहे हैं। पुलिस से जुड़े लोगों का कहना है कि चालान की फीस महंगी होने पर कमाई बढ़ी है, अभी तक जहां जुर्माना हजारों में था, लेकिन वर्तमान में लाखों में होता है। वह अब करोड़ पार कर जाएगी।

दस मेें से चार महिलाएं बिना हेलमेट के
शहर में महिलाओं को भी अपने जान की फिक्र नहीं है। स्कूटी चलाने वाली ज्यादातर महिलाएं और युवतियां सिर्फ मुंह पर कपड़ा बांधकर निकल पड़ती हैं। हेलमेट पहनने से जहां उनके बाल खराब हो जाएंगे। वहीं, तीन सवारी चलने में उनको कोई परहेज नहीं है। शहर में यह जरूर दिखा कि जहां हर 10 में पांच से छह लोग बिना हेलमेट पहने बाइक चला रहे हैं। उनमें दो से तीन महिलाएं जरूर शामिल हैं। बिना हेलमेट बाइक चलाने के अलावा गाड़ी का कोई पेपर नहीं रखना और काली फिल्म लगाकर चलने में लोग अपनी शान समझ रहे हैं।


इन पर किए गए चालान
-बिना हेलमेट वाहन चलाना
-दूसरे को डीएल देना
-डीएल नहीं होना
-वाहन चलाते समय हेडफोन का प्रयोग
-वाहन चलाते समय मोबाइल
-ट्रैफिक सिग्नल तोडऩा
-ट्रिपलिंग सवारी
-कार में सीट बेल्ट न लगाना
-बिना नंबर प्लेट वाहन चलाना

झूठी जानकारी पड़ सकती है भारी
शहर में वाहन चेकिंग के दौरान गलत सूचना देना भारी पड़ सकता है। ऑनलाइन चालान प्रक्रिया में जब कार्रवाई हो रही है तो इसमें किसी तरह की गड़बड़ी पर व्हीकल ऑनर्स को दौड़ भाग करनी पड़ रही। चालान के दौरान कुछ लोग गलत नाम बता देते हैं्। लेकिन इससे भी अब राहत नहीं मिलने वाली है। बल्कि जिसका नाम बताएंगे उसके नाम-पते का ड्राइविंग लाइसेंस सहित अन्य दस्तावेज भी देना होगा। हालांकि वाहन के रजिस्ट्रेशन नंबर से मालिक का नाम तो पुलिस जान जाती है। लेकिन ड्राइविंग सीट पर बैठे लोग जानबूझकर झांसा देते हैं।


मंगलवार को ट्रैफिक पुलिस की कार्रवाई
-नियमों की अनदेखी पर किए चालान
1680
-दस्तावेज नहीं होने पर सीज किए गए वाहन
24
-वाहन चालकों से वसूला शमन शुल्क
54000



बिना हेलमेट के बाइक चलाने वालों के चालान किए गए है, जुर्माना भी वसूल किया गया है,
ऐसे में स्टूडेंट्स और पेरेंट्स को भी अवेयर किया जा रहा है। इसके साथ ही शमन शुल्क भी वसूला जा रहा है।
अरुन चंद, एसपी ट्रैफिक


कार, बाइक ड्राइव करते समय टै्रफिक रूल्स को फॉलो करना चाहिए, कई बार छोटी सी लापरवाही जान पर भारी पड़ जाती है। सभी को ट्रैफिक रूल्स का पालन करना चाहिए।
डॉ। सूप्रिया जैन