नगर निगम के लोहामंडी जोन(पानी की टंकी लोहामंडी) में प्रथम श्रेणी क्लर्क मनोज कुमार श्रीवास्तव निवासी जयपुरिया सनराइज ग्रीन बरौली अहीर पर पिछले सप्ताह उपभोक्ता संजय गुप्ता ने दाखिला खारिज के लिए पांच हजार रुपए की मांग करने के आरोप लगाए थे। आरोप से आहत मनोज सुबह 10.30 बजे सुसाइड नोट लेकर नगर निगम कार्यालय पहुंचे और छत से कूदकर जान देने की बात कही। साथी कर्मचारियों ने उन्हें रोक लिया। दोपहर 2.30 बजे कार्यालय में उनकी तबीयत बिगडऩे पर साथी कर्मचारियों ने पुष्पांजलि हास्पिटल में भर्ती करा दिया। नगर निगम में कर्मचारी के विषाक्त पदार्थ के सेवन की चर्चा भी होने लगी। इस पर उनकी पत्नी और बेटे एवं नगर निगम के अधिकारी अस्पताल पहुंच गए। परिजनों ने अभी इस मामले में किसी से बात नहीं की है।
सुसाइड नोट में वसूली के आरोप
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे मनोज कुमार श्रीवास्तव के सुसाइड नोट में नगर आयुक्त अंकित खंडेलवाल को संबोधन किया गया है। इसमें लिखा है कि संजय गुप्ता ने उन पर पांच हजार रुपए मांगने की शिकायत की है। आरोप है कि पत्रवालियों पर कर निर्धारण अधिकारी सुभाष चंद्र भारती दो हजार रुपए और कर अधीक्षक सोबरन ङ्क्षसह एक हजार रुपए लेते हैं। इसके बाद ही पत्रावली पर हस्ताक्षर करते हैं, इस तरह से 20 पत्रावली स्वीकृत कराई जा चुकी हैं। चार पत्रावली अभी लंबित हैं, जिन पत्रावलियों के लिए इन दोनों को रुपए नहीं दिए जाते हैं, उन्हें स्वीकृत नहीं करते हैं। दोनों पर शोषण का आरोप लगाया है।
निर्यातक ने लगाए थे ये आरोप
मनोज कुमार श्रीवास्तव की शिकायत करने वाले संजय गुप्ता निवासी विष्णु कालोनी शाहगंज ने बताया कि अपने मकान का दाखिला खारिज कराने के लिए लोहामंडी जोन में आवेदन किया था। निर्धारित 550 रुपये शुल्क जमा किया। उन्होंने आरोप लगाया है कि मनोज कुमार श्रीवास्तव ने 5000 हजार रुपये मांगे, पैसे नहीं दिए तो तीन महीने में भी फाइल आगे नहीं बढ़ाई। जबकि 45 दिन में फाइल का निस्तारण होना चाहिए। उन्होंने कहा कि मैं कालीन निर्यातक हूं। उन्होंने कहा कि मनोज कुमार श्रीवास्तव एसयूवी में चलते हैं, इसकी भी जांच होनी चाहिए।
मनोज श्रीवास्तव की तबीयत में सुधार है। उन्होंने मुझ से पहले कोई शिकायत नहीं की। कर निर्धारण अधिकारी सुभाष चंद्र भारती और कर अधीक्षक सोवरन ङ्क्षसह को जोन से हटाते हुए मुख्यालय से संबद्ध किया गया है। जांच कराई जा रही है।
अंकित खंडेलवाल, नगर आयुक्त