आगरा: उन्होंने समझाया कि अधिक मास में सब अधिक हो जाता है, पुण्य भी और पाप भी। परमात्मा ने हमें यह शरीर साधन के रूप में दिया है। यह मोक्ष का द्वार है। यह शरीर भजन के लिए मिला है, भोग के लिए नहीं।

मोक्ष की ओर चलना ही जीवन का परम लक्ष्य है.

वृंदावन में विश्व कल्याण मिशन ट्रस्ट द्वारा केशव धाम के सामने चैतन्य विहार मैदान में भागवत कथा का आयोजन हो रहा है। शनिवार को कथा के दूसरे दिन राष्ट्रीय संत चिन्मयानंद बापू ने कहा कि श्रीमद् भागवत ज्ञान यज्ञ है। इस ज्ञान-गंगा में गोते लगाते हुए सद्गुरू की शरणागत होकर सांसारिक कर्तव्यों का पालन करते हुए मोक्ष की ओर चलना ही जीवन का परम लक्ष्य है। इससे पूर्व हरिद्वार के संत रामदास जी महाराज ने आशीर्वचन देते हुए कहा कि यह पतित पावनी कथा है जो भागवत का आश्रय लेता है। भागवत कथा उसे संसार-सागर से पार कर देती है। कथा में घर-घर तुलसी ठाकुर सेवा का संदेश भी दिया गया। ट्रस्ट की ओर से बापू जी द्वारा संतों को तुलसी का पौधा भेंट कर तुलसी माता की पूजा- सेवा और पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया गया। मुख्य यजमान जागृति द्विवेदी, सुधांशु द्विवेदी, अंबरीश शर्मा (गुड्डू भैया) लहार , विश्व कल्याण मिशन ट्रस्ट के मैनेजिंग ट्रस्टी व आगरा के प्रमुख समाजसेवी पार्षद मुरारी लाल गोयल पेंट वाले, ट्रस्टी सुमन गोयल, ट्रस्टी अनुराग यादव, विनीता सुगंधी, आशीष सुगंधी, राजवीर सिंह, महेश यादव, मीडिया समन्वयक कुमार ललित आदि मौजूद रहे। ट्रस्टी मयंक वैद्य ने संचालन किया।