आगरा. शहर में गंगाजल आने के बाद पेयजल की क्वालिटी में सुधार तो हुआ है, लेकिन ये सुधार अभी कारगर नहीं हो पा रहा है। आगरा के कैंटोनमेंट बोर्ड एरिया में पेयजल की क्वॉलिटी सही न होने से लोग बीमार हो रहे हैं। इस बात का खुलासा आगरा कैंटोनमेंट बोर्ड के हॉस्पिटल द्वारा कराए गए सर्वे में सामने आया है। आगरा कैंट के हॉस्पिटल की ओर से आठ वार्डो में डोर-टू-डोर सर्वे किया। सर्वे में बीमारी की दवाई पर खर्च का भी ब्यौरा जुटाया है। इसमें सामने आया है कि सर्वे में साढ़े सात हजार लोग विभिन्न बीमारियों से ग्रसित निकले। ये हर महीने अपनी दवाओं पर 62 लाख रुपए खर्च कर रहे हैं।

हर महीने दवा पर 62 लाख का खर्च
साढ़े सात हजार लोग अपनी विभिन्न बीमारियों पर 62 लाख महीने की दवाओं का प्रयोग पर खर्च कर रहे हैं। इसमें न तो पैथोलॉजी टेस्ट शामिल न ही अन्य कार्य ये खर्च केवल दवाओं का है। इसमें पैथोलॉजी टेस्ट का भी खर्चा जोड़ लिया जाए। तो खर्चा करोड़ में होगा।

इन बीमारियों से पीडि़त मिले
सर्वे में जो सामने आया है, वे आंकड़े चौंकाने वाले हैं। लोगों अपनी कमाई का ज्यादा हिस्सा अपने स्वास्थ्य और बीमारियों के इलाज में खर्च कर रहे हैं। इसमें किडनी की समस्या इसमें डायलिसिस भी करानी पड़ रही है। लीवर, गैस्ट्रो, डायबिटीज, बीपी, डायराइड, गठिया, पाइल्स, प्रोस्टेट का बढऩा, स्किन प्रोब्लम आदि बीमारियों से पीडि़त निकले।

डाटा फीड कर शुरु होगा इलाज
सर्वे में जो भी मरीज मिले हैं, उनका डाटा बैंक तैयार किया जा रहा है। इसके बाद उनका ट्रीटमेंट किया जाएगा। इस बारे में प्रोजेक्ट हेड सिद्धार्थ पांडे ने बताया कि संडे को एक ओपीडी भी शुरु की जा रही है।

इस तरह किया जा रहा इलाज
आगरा कैंटोनमेंट हॉस्पिटल में जो भी पेंशेंट में ओपीडी में आ रहे हैं। उनका मोबाइल नंबर दर्ज किया जाता है। इसके बाद फोन कर पूछा जा रहा है। कि उन्हें आराम मिला या नहीं। अगर किसी को कोई दिक्कत होती है। तो टीम विजिट करती है। फिर भी आराम न मिले तो उसे रेफर किया जाता है।

आठ सौ प्रकार की जांच की सुविधा
कैंटोनमेंट बोर्ड के हॉस्पिटल में आठ सौ प्रकार की जांच की सुविधा उपलब्ध है। उन्होंने बताया कि मार्केट में विटामिन डी-3 का टेस्ट 1200 रुपए का है। यहां 400 रुपए में उपलब्ध है।


पानी की स्थिति पर एक नजर
टेस्ट टेस्ट के बाद ये है मानक
सीरम सोडियम 127.2 एमएमओएल 136-146
सीरम पोटेशियम 2.52 3.8- 5.5
कैल्शियम 1.10 1.13-1.33
टोटल कैल्शियम 6.0 8.7-11

फैक्ट फिगर
-16.4 फीसदी पेशेंट डायबिटिक
- 26 फीसदी महिलाएं गठिया रोग से पीडि़त मिलीं
- 8 वार्ड आगरा कैंटोनमेंट एरिया में


हमने डोर-टू-डोर सर्वे कराया है। इसमें साढ़े सात हजार लोग विभिन्न प्रकार की बीमारियों से पीडि़त निकले। इन सभी का डाटा फीड किया जा रहा है। इसके बाद आरोग्य कार्ड बनाए जाएंगे। इस बार 20 हजार कार्ड बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसके बाद ट्रीटमेंट शुरु किया जाएगा।
- सिद्धार्थ पांडे, प्रोजेक्ट हेड