- नगर निगम में हुई विशेष सदन की मीटिंग में कंपनियों को हटाने की संस्तुति
- 22.65 करोड़ का घोटाला आया सामने, दोषियों पर भी कार्रवाई के हुए आदेश
आगरा। नगर निगम में हुई विशेष सदन की मीटिंग में जांच कमेटी ने कूड़ा कलेक्शन कंपनियों के घोटाले की पोल खोल दी। इस दौरान स्वच्छ भारत मिशन में 22.65 करोड़ के घोटाले का खुलासा किया गया। डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन में हुए घोटाले की रिपोर्ट सोमवार को सदन में रखी गई। इस दौरान कूड़ा कलैक्शन में लगी पांच कंपनियों को हटा दिया गया। रिकवरी के आदेश के साथ उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए गए हैं। पर्यावरण अभियंता समेत अन्य को प्रतिकूल प्रवृष्टि दी गई है।
तीन सदस्यीय कमेटी ने रखी रिपोर्ट
सोमवार को पौने चार बजे विशेष सदन शुरु हुआ। इसमें मेयर नवीन जैन और नगर आयुक्त अरुण प्रकाश के सामने तीन सदस्यीय कमेटी ने सदन में रिपोर्ट रखी। कमेटी के अध्यक्ष अपर नगर आयुक्त विनोद कुमार ने अपनी जांच में पाया कि 100 में से 83 वार्डो में कंपनियों ने 24 महीने तक कूड़ा कलेक्शन किया। 14 महीने में कंपनियों द्वारा निगम के खाते में 1.68 करोड़ जमा कराए। जबकि निगम से 22.65 करोड़ रुपये का भुगतान लिया। इसका भौतिक सत्यापन तक नहीं कराया गया। जांच में 44 फीसदी एड्रेस गलत थे। भवन स्वामी तक के नाम गलत लिखे गये थे। केवल 10 फीसदी लोग ऐसे थे, जिन्होंने कूड़ा नहीं दिया। इसमें अरबा एसोसिएट, ओम मोटर्स, स्पाक ग्लोबल सेवा, को हटा दिया। जबकि एसआरएमटी को जून 2019 में पहले भी हटा दिया था। इस बारे में मेयर नवीन जैन ने बताया कि रिकवरी के साथ दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होगी। डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन में कंपनियों द्वारा बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा किया गया।