2019 में खरीदा था

आरपीएफ आगरा मंडल में चार श्वानों का दस्ता हैं। रेनबो, ब्रावो और विक्टर यह सभी लैब्राडोर प्रजाति के हैं जबकि सुल्तान डाबरमैन प्रजाति का है। वर्ष 2019 में इसे आरपीएफ ने स्थानीय स्तर पर खरीदा था। सुल्तान ट्रैकर श्वान है। चोरी की घटना के पर्दाफाश के लिए इसकी मदद ली जाती है। आरपीएफ के एक अधिकारी ने बताया कि सुल्तान को अब तक दर्जनभर से अधिक पुरस्कार मिल चुके हैं। 26 जनवरी 2023 को सुल्तान को डीआरएम आनंद स्वरूप ने सराहनीय कार्य के लिए 1500 रुपए का पुरस्कार दिया था। उन्होंने बताया कि वर्ष 2021 में सुल्तान की पित्त की थैली में पथरी हो गई थी। अक्टूबर 2021 में पथरी का आपरेशन हुआ था।

दस हजार रुपए मिलते हैं

सुल्तान सहित अन्य श्वान को दस हजार रुपए का वेतन मिलता है। यह वेतन इनके आहार पर खर्च होता है। इन्हें ब्रांडेड शैंपू से नहलाया जाता है। हर दिन चार से सात घंटे का प्रशिक्षण दिया जाता है।

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28 मार्च को आरपीएफ श्वान दस्ता का अहम हिस्सा सुल्तान रिटायर होगा। यह डाबरमैन प्रजाति का है। चार साल तक इससे अपनी सेवा दी। दोपहर 12 बजे श्वान की नीलामी की जाएगी।

-अनुभव जैन, सीनियर कमांडेंट आरपीएफ