आगरा(ब्यूरो )। शाहगंज क्षेत्र के कोठी मीना बाजार में सत्तो लाला फूड कोर्ट के सामने सोमवार शाम को 2 बच्चे खेलते समय साइकिल समेत करीब 15 फुट गहरे नाले में गिर गए। मौके पर भीड़ जुट गई। बच्चे मदद के लिए चिल्लाने लगे। बच्चे खुद को नाले में बताकर राहगीरों से निकालने की आवाज लगा रहे थे। इस पर आसपास के लोग जमा हो गए, उन्होंने बिना समय जाया करे बच्चों को निकालने के प्रयास शुरू कर दिए। इस बीच वाहन चालकों और राहगीरों की भीड़ मौके पर जमा हो गई।
नाले के दलदल में फंसे थे बच्चे
गनीमत रही कि बच्चे नाले में डूबे नहीं। ऊपर से लोग बच्चों की हिम्मत बंधाते रहे और रस्सी को नाले में फेंककर उन्हें बारी-बारी से बाहर निकाल लिया। आखिर में साइकिल को भी नाले से बाहर निकाल गया। लोगों का कहना था कि भगवान का शुक्र है कि बड़ा हादसा टल गया। बच्चों ने बताया कि वे मैदान में साइकिल चलाने के बाद रोड को क्रॉस कर रहे थे, तभी सामने से एक वाहन को आता देख साइकिल अनियंत्रित हो गई और वे नाले में गिर गए।
नाले में गिरने पहले जा चुकी है जान
आगरा में खुले नालों की वजह से पहले कई घटनाएं हो चुकी हैं और बच्चों समेत वयस्कों की मौत हो चुकी है, पहले कोठी मीना बाजार सत्तो लाला फूड कोर्ट के सामने इसी नाले में डूबने से एक व्यक्ति की मौत हो गई थी। वह व्यक्ति साइकिल सहित नाले में गिरा था। कई दिन बाद उसका शव बरामद हुआ था।
तब 4 दिन बाद मिल था शव
4 साल पहले गोविंद साकेत हॉस्पिटल के सामने नाले में गिरने से एक बच्चे की मौत हो गई थी, जिसका शव 4 दिन बाद महाराजा अग्रसेन के सामने नाले में पड़ा मिला था।
गाय को निकाला नाले से बाहर
जनवरी में खुले नाले मेें एक गाय को रेस्क्यू किया गया था, नाले की बाउंड्रीवॉल नहीं होने से अक्सर आवारा पशु व राहगीर गिर जाते हैं।
नाले में बाउंड्रीवॉल नहीं है, जिसके चलते राहगीर नाले में गिर जाते हैं, क्षेत्र के जनप्रतिनिधि से इस संबंध में बात की गई है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं है।
गोपाल शर्मा, स्थानीय निवासी
नाले को अगर पूरी तरह पाट दिया जाए तो बेहतर होगा, क्योंकि शहर में अधिकतर बड़े नालों को टैब किया गया है।
सतीश दुग्गल, स्थानीय निवासी
जनसुनवाई में भी की थी शिकायत
केदारनगर निवासी डॉ। मुकेश शर्मा ने जनसुनवाई में चामुंडा देवी मंदिर, साकेत कालोनी से कोठी मीना बाजार मैदान तक नाले की दीवार के निर्माण की मांग की थी। नगर निगम ने सर्वे कराया। धन की उपलब्धता होने के बाद नाला निर्माण कराने की जानकारी दी थी।
नाले के ऊपर नहीं लगी जाली
शहर में 310 नाले हैं। इसमें से कई नाले ऐसे हैं जिनकी दीवार क्षतिग्रस्त है, नालों पर जाली नहीं लगी है.
ये हैं जिम्मेदार
शोभाराम मगरईया, सहायक अभियंता नगर निगम
कोठी मीना बाजार मैदान में 350 मीटर नाला के निर्माण का प्रस्ताव तैयार हो चुका है। आचार संहिता लगने के कारण निर्माण नहीं हो पाया था। जल्द ही नाले की दीवार का निर्माण कराया जाएगा।
आशीष शुक्ला, जोन प्रभारी लोहामंडी, नगर निगम