आगरा(ब्यूरो)। पकड़े गए शातिर चोर फूड डिलीवरी करने के बहाने शहर के इलाकों में रैकी करते थे, इस दौरान शातिर एक फूड डिलीवरी करने वाली कंपनी की यूनिफॉर्म पहनते थे। इसके बाद रात में हाथ साफ कर देते। पुलिस ने चोरी के जेवरात खरीदने वाले दो सर्राफ और सरगना सहित गिरोह के छह सदस्यों को गिरफ्तार किया है। शातिर क हीं भी फूड डिलीवरी करने जाते थे, वहां बंद मकान के बारे में जानकारी कर लेते थे। इसके बाद चोरी की प्लानिंग करते थे।

कपड़ा व्यापारी के घर 20 लाख की चोरी
आवास विकास कॉलोनी सेक्टर 16 निवासी कपड़ा व्यापारी सोनल तिवारी के बंद मकान से 12 मई को चोरी हुई थी। चोर यहां से 20 लाख से अधिक के नकदी-जेवरात ले गए थे। दूसरी घटना शास्त्रीपुरम में हुई थी। पुलिस ने दोनों जगह के सीसीटीवी फुटेज देखे। दोनों घटना एक ही गिरोह ने की थीं। छानबीन की तो पता चला कि गिरोह के सदस्य रेलवे स्टेशन और फुटपाथ पर रहते है। गिरोह का सरगना ताजगंज निवासी सलीम उर्फ महेश है। इसको लेकर पुलिस पिछले कई दिनों से काम कर रही थी।

डिप्टी पुलिस कमिश्नर विकास कुमार ने बताया कि सरगना महेश के अलावा दीपक, सलीम, कासिम को गिरफ्तार किया। उनकी निशानदेही पर सर्राफ रवि माहौर (कोतवाली)और जितेंद्र कुमार वर्मा (घटिया आजम खां)को पकड़ा। उनकी निशानदेही पर आरोपियों से पूछताछ की जा रही है।


जमीन में दबे थे नकदी और जेवर
वारदात को अंजाम देने वाले मास्टर माइंड ने धर्मस्थल के पास जमीन में नकदी और जेवरात दबा दिए थे। दीपक फूड डिलीवरी करने वाली एक कंपनी की ड्रेस और डिलीवरी बैग बाइक पर लेकर रेकी करने निकलता था। किस मकान में सुबह से रात तक ताला बंद है, सीसीटीवी कहां-कहां लगे हैं। गिरोह को इसकी जानकारी देता था। पूरी रैकी करने के बाद भागने का रास्ता भी प्लान किया जाता था, जिससे कोई पुलिस या पब्लिक के हत्थे न चढ़ सके।

चोरी के लिए नाबालिग का इस्तेमाल
पुलिस के अनुसार, सलीम चोरी के लिए युवाओं को नशे की लत लगाता था। उन्हें अपने पास से नशा कराता था। कुछ महीने बाद यह कहता कि उसके पास कुछ नहीं बचा। लत पूरी कराने के नाम पर युवाओं के साथ मिलकर चोरी की साजिश रचता था। थाना प्रभारी आनंद कुमार शाही ने बताया कि इसके लिए वो बस स्टैंंड, रेलवे प्लेटफार्म के आसपास घूमने वाले नाबालिग को टारगेट कर गैंग में शामिल करते थे।


सिकंदरा पुलिस ने चोरी करने वाले गैंग के छह आरोपियों को अरेस्ट किया है, इसमें तीन नाबालिग भी शामिल हंै। उनके पास से नकदी पकड़ी गई है। शहर में कई स्थानों पर वारदात को अंजाम दिया है।
विकास कुमार, डिप्टी पुलिस कमिश्नर

पकड़े गए शातिर
-महेश उर्फ सलीम पुत्र असरफ
-दीपक उर्फ दीपू पुत्र द्वारिका प्रसाद
-सलीम उर्फ कल्लू उर्फ इरशाद
-कासिम पुत्र कल्लू उर्फ इरशाद
-रवि कुमार माहौर पुत्र रमेश चंद
-जितेन्द्र कुमार वर्मा पुत्र रामकिशन वर्मा


शातिर चोरों से बरामदगी
-करीब चार लाख रुपए नकद
-सोने के सिक्के और जेवर