कई प्रोजेक्ट थे लंबित
आगरा के टीटीजेड में शामिल होने के चलते और सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद शहर में कई परियोजनाओं को वर्ष 2016 से क्रियान्वित नहीं किया जा सका था। मौजूदा समय में कोर्ट के निर्देशानुसार नीरी (नेशनल एनवायरनमेंट इंजीनियरिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट) की गाइडलाइंस जारी होने के बाद शहर में बड़ी परियोजनाओं और निवेश के रास्ते खुले हैं। बैठक में बिल्डर्स व क्रेडाई के सदस्यों से कहा गया कि जो प्रोजेक्ट टीटीजेड क्षेत्र में लागू प्रतिबंधों के कारण लंबित हैं, उनको गति प्रदान करें। जिससे शहर में निवेश व रोजगार की संभावनाएं उत्पन्न हों। साथ ही उनके द्वारा किए जा रहे निवेश को निवेश सारथी पोर्टल पर अपडेट जाने के बारे में कहा। बैठक में एडीए वीसी चर्चित गौड़, सचिव गरिमा सिंह आदि मौजूद रहीं।


कई प्रोजेक्ट्स की परमीशन लंबित है। उम्मीद है कि अब इन प्रोजेक्ट को परमीशन का रास्ता साफ होगा। हम सभी नियमों पालन कर रहे हैं। आगे भी सभी नियमों का पालन करने के लिए तैयार हैं। नीरी की गाइडलाइन को किस तरह लागू किया जाएगा, इसके बाद ही ये कहना उचित होगा कि रियल एस्टेट कारोबार को कितना फायदा होगा। इसके साथ ही विभागों से मिलने वाली एनओसी की परेशानी को भी दूर किया जाए। इसके लिए समय सीमा तय हो।

शोभिक गोयल, प्रेसिडेंट, क्रेडाई

नीरी की ओर से जारी सेक्टोरियल गाइडलाइंस से शहर के विकास को रफ्तार मिलेगी। रियल एस्टेट कारोबार के लिए भी ये राहत भरा होगा। नए प्रोजेक्ट को परमीशन मिल सकेगी।
केशा मेेहरा, पूर्व विधायक