आगरा(ब्यूरो)। दिल्ली में पहलवानों के धरने पर भारतीय निशानेबाज व पूर्व केंद्रीय मंत्री राज्यवर्धन ङ्क्षसह राठौड़ ने गुरुवार ताजनगरी में कहा कि निष्पक्ष जांच के बाद केंद्र सरकार कार्रवाई करेगी। उन्होंने मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि दिल्ली में चल रहे पहलवानों के धरने के मामले की उन्हें पूरी जानकारी नहीं है। जो जानकारी है, उसके अनुसार केंद्र सरकार मामले को गंभीरता से ले रही है, जांच के बाद निष्पक्ष कार्रवाई होगी।

फेडरेशन में 75 प्रतिशत खिलाड़ी
राठौड़ रन फॉर जी-20 के तहत सांसद खेल स्पर्धा में सेंट जोंस डिग्री कालेज मैदान मिनी मैराथन को झंडी दिखाकर रवाना करने आए थे। दिल्ली में जंतर-मंतर पर चल रहे पहलवानों के धरने पर वह स्पष्ट रूप से बोलने से बचते नजर आए। उन्होंने खेलों में राजनीति पर कहा, केंद्र सरकार ने खेल फेडरेशन में 75 प्रतिशत तक खिलाडिय़ों को प्रतिनिधित्व दिया है। फेडरेशन स्वतंत्र इकाई हैं, उनके संचालन में सरकार का दखल नहीं है। फेडरेशन समझ बूझकर बेहतर माहौल बनाकर खिलाडिय़ों को प्रोत्साहित करे, बेहतर परिणाम आएंगे। उन्होंने कहा कि मैं अपने अनुभव से बता रहा हूं कि देश में खेलों की स्थिति में अभूतपूर्व परिवर्तन आया है। केंद्र सरकार के प्रयासों से खिलाडिय़ों में भरोसा जागा है। हम जब खेलते थे, तो फाइलें साथ लेकर घूमते थे। सुबह प्रैक्टिस, दिन में नौकरी के बाद शाम को फाइलें निपटाते थे। अब खिलाड़ी बाबू गिरी नहीं करते, सरकार ने मदद के लिए मैनेजर लगाए हैं। हां, सरकार दौड़ नहीं सकती, दौडऩा लोगों को ही होगा। जी-20 सम्मेलन पर उन्होंने कहा कि दुनिया का 75 प्रतिशत व्यापार, 85 प्रतिशत जीडीपी और 60 प्रतिशत आबादी वाले 20 देशों की अध्यक्षता भारत कर रहा है। उनके प्रतिनिधि भारत में होने जा रहे आयोजन में आ रहे हैं। मैं प्रत्येक व्यक्ति से आह्वान करता हूं कि वे देश के राजदूत हैं, इसलिए अतिथियों का गर्मजोशी से स्वागत करें। इससे विश्व में देश की बेहतर छवि बनेगी और अच्छा संदेश जाएगा।


केंद्र सरकार मामले को गंभीरता से ले रही है, जांच के बाद निष्पक्ष कार्रवाई होगी।
- राज्यवर्धन सिंह राठौड़, ओलंपियन व पूर्व केंद्रीय मंत्री