- लूट व डकैती के आरोपित का पीछा कर रही थी, शिक्षक व स्टाफ के विरोध पर की बदसलूकी
- गुस्साए ग्रामीणों व स्टाफ ने थाना मंसुखपुरा पहुंच किया हंगामा, माफी मांगने पर शांत हुआ गुस्सा
पिनाहट। वारंटी को पकड़ने आई राजस्थान पुलिस की गुरुवार को खूब छीछालेदर हुई। लूट और डकैती का आरोपित पुलिस देख दौड़कर स्कूल में जा घुसा। सिविल ड्रेस में पहुंची पुलिस ने उसे दबोच वहीं मारपीट शुरू कर दी। शिक्षकों व स्टाफ ने विरोध किया तो उनसे भी बदसलूकी की गई। आक्रोशित स्कूल के स्टाफ और ग्रामीणों ने थाना मंसुखपुरा पहुंच जमकर हंगामा किया। इसके बाद बैकफुट पर आई राजस्थान पुलिस ने लिखित माफी मांगी और वारंटी को अपने साथ ले गई।
मंसुखपुरा के बरेंडा निवासी लखना गुर्जर के खिलाफ राजस्थान के राजाखेड़ा समेत कई थानों में लूट व डकैती के मुकदमे दर्ज हैं। गुरुवार सुबह लखना बस से राजाखेड़ा से मेदापुरा अड्डे पर उतरा तो राजाखेड़ा पुलिस के दो सिपाहियों ने पीछा शुरू कर दिया। यह देख वह दौड़कर पास ही स्थित महाराणा प्रताप स्कूल में घुस गया। पुलिसकर्मी सिविल ड्रेस में थे। उन्होंने स्कूल में घुस उसे पकड़ लिया और स्कूल के मैदान में भी पीटना शुरू कर दिया। शिक्षक व स्टाफ पहुंचा तो सिपाहियों ने उनसे भी बदसलूकी की। इससे उनमें आक्रोश पनप गया। आसपास के ग्रामीण भी पहुंच गए। उन्होंने पुलिस का विरोध करते हुए हंगामा शुरू कर दिया। सूचना पर गई मंसुखपुरा पुलिस वारंटी और राजस्थान पुलिसकर्मियों को थाने ले गई। इधर, आक्रोशित लोग राजस्थान पुलिस के सिपाहियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर थाने पहुंचे, यहां भी हंगामा कर दिया। राजाखेड़ा थाने के इंस्पेक्टर राजाराम गुर्जर पहुंचे और ग्रामीणों व स्कूल शिक्षक स्टाफ से माफी मांगी तब ग्रामीणों का गुस्सा शांत हुआ। इसके बाद राजस्थान पुलिस लखना को अपने साथ ले गई।
छात्र-छात्राओं में मची चीखपुकार, दहशत
सुबह करीब 11 बजे स्कूल में शिक्षण कार्य चल रहा था। छात्र-छात्राएं अपने कक्ष में थे। सिविल ड्रेस में आए दो युवकों ने अंदर छिपे एक शख्स को पकड़ा और पिटाई शुरू कर दी। यह देख छात्र-छात्राओं में दहशत व्याप्त हो गई। उनमें चीखपुकार मच गई। हैरान स्कूल शिक्षक व स्टाफ उनके पास पहुंचा तो उनसे भी बदसलूकी की गई। गुस्साए छात्र-छात्राओं और स्टाफ ने राजस्थान की राजाखेड़ा पुलिस को घेर लिया। बाद में मंसुखपुरा पुलिस पहुंची तब उन्हें जाने दिया गया।
राजस्थान के दो सिपाहियों ने सिविल ड्रेस में पीछा किया था। उन्होंने थाने पर आमद भी नहीं कराई। बाद में राजाखेड़ा के इंस्पेक्टर पहुंचे तब आमद दर्ज हुई। राजाखेड़ा पुलिस के माफी मांगने पर ही उनका गुस्सा शांत हुआ। राजस्थान पुलिस वारंटी को अपने साथ ले गई है।
- मुकेश कुमार सिंह, इंस्पेक्टर मंसुखपुरा