सीबीआई के विशेष लोक अभियोजक ने बताया कि अदालत ने मुकेश की पांच दिनों की रिमांड को मंजूरी किया है। आरोप है कि मुकेश ने पद का दुरुपयोग कर ठेकेदार फर्म शिवकृति इंटरनेशनल लिमिटेड को अनैतिक लाभ पहुंचाया। ठेकेदार फर्म के सुपरवाइजर, निदेशक व प्रबंधक निदेशक को गिरफ्तार करने के बाद पूछताछ में सीबीआइ को जानकारी मिली कि मुकेश कुमार को गत 23 जनवरी को दो लाख व 17 फरवरी को 1.23 लाख रुपए रिश्वत दी गई थी। उधर, सीबीआई की कार्रवाई के बाद से निर्माण शाखा में कार्य ठप हो गया है।

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इन विभागों पर सर्वाधिक कार्रवाई

दस साल में सीबीआई ने रेलवे में सबसे अधिक सिविल इंजीनियङ्क्षरग, सिग्नल और दूरसंचार निर्माण शाखा, वाणिज्य विभाग, परिचालन विभाग में कार्रवाई की है। इन विभागों के दर्जनभर अधिकारियों और कर्मचारियों को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा गया है।