आगरा। चीफ मेडिकल ऑफिसर डॉ। अरुण श्रीवास्तव ने बैठक में शामिल निजी अस्पतालों के प्रतिनिधियों से कहा कि वह समय से एचएमआईएस( हेल्थ मैनेजमेंट इंफॉर्मेशन सिस्टम) पोर्टल पर डाटा अपलोड करें। उन्होंने कहा कि निजी क्षेत्र में परिवार नियोजन को लेकर दी जा रही सेवाओं का डाटा हमें नहीं मिल पा रहा है। सीएमओ ने डाटा की महत्ता को समझाते हुए कहा कि सही डाटा मिलने से कल्याणकारी योजनाओं को बनाने में मदद मिलती है। उन्होंने कहा कि परिवार नियोजन कार्यक्रम के तहत दी जाने वाली विभिन्न सेवाओं के बारे में पहले लाभार्थी की काउंसलिंग करना बेहद अहम है। हमें इस पर जोर देना चाहिए, ताकि लाभार्थी उस साधन के फायदे को समझ सके। यदि किसी को दुष्प्रभाव सामने आते हैं तो लाभार्थी तुरंत आकर बताएं और उनकी समस्या का समाधान किया जाए। इससे परिवार नियोजन कार्यक्रम के प्रति लोगों का विश्वास बढ़ेगा और वह इसका फायदा ले पाएंगे।
अभी 65 अस्पताल जुड़े
बैठक में राष्ट्रीय शहरी स्वास्थ्य मिशन के नोडल अधिकारी डॉ। पीके शर्मा ने बताया कि जनपद में अभी 65 निजी अस्पताल हमारे साथ जुड़कर काम कर रहे हैं। सभी अस्पतालों को समय से रिपोर्टिंग करनी चाहिए। बैठक में फॉग्सी(फेडरेशन ऑफ ऑब्सटेट्रिक एंड गायनेकोलॉजिकल सोसायटीज ऑफ इंडिया) की सेक्रेटरी डॉ। सरिता त्यागी, डीपीएम कुलदीप भारद्वाज, अर्बन कोऑर्डिनेटर आकाश गौतम, पीएसआई इंडिया के लखनऊ से आए विवेक द्विवेदी, अनिल द्विवेदी, उमर फारुक, जिला समन्वयक पंकज, यूपीटीएसयू से आलोक, डिविजन हेल्थ कंसल्टेंट मो। इरशाद, सिफ्पसा से अकाउंटेंट राजेश मौजूद रहे।
शहरी परिवार कल्याण कार्यक्रम में निजी अस्पतालों की भागीदारी को बढ़ाने के लिए बैठक की गई है। उनसे एचएमआईएस पोर्टल पर डाटा अपलोड करने के लिए कहा गया है।
- डॉ। अरुण श्रीवास्तव, सीएमओ