बिगड़ गया गणित
रेस्टोरेंट संचालकों की भी अपनी मजबूरी है। टमाटर महंगा होने से उनका टमाटर का गणित बिगड़ रहा है। ऊपर से बाजार से टोमाटो प्यूरी भी गायब हो गई है। रेस्टोरेंट संचालक मनोज बताते हैैं कि टमाटर महंगा होने पर वह ग्रेवी में टोमाटो प्यूरी डालकर काम चला रहे थे। लेकिन अब मार्केट में अब टोमाटो प्यूरी भी शॉर्ट हो गई है। इस कारण मजबूरी में ग्रेवी में टमाटर की जगह अन्य ऑप्शन ढूढ़कर ग्रेवी बनाई जा रही है।


कुछ रेस्टोरेंट्स नहीं कर रहे कॉम्प्रमाइज

एक ओर कुछ रेस्टोरेंट टमाटर महंगा होने पर टमाटर का यूज कम कर रहे हैैं तो दूसरी ओर कुछ रेस्टोरेंट्स अपने कस्टमर्स के टेस्ट को बिगाडऩा नहीं चाहते हैैं। ऐसे में वह जरूरी डिशेज में टमाटर डाल रहे हैैं। भगत फूड कोर्ट के ओनर शिशिर भगत बताते हैैं कि अब टमाटर महंगा चल रहा है। लेकिन हमें तो पावभाजी बनानी है। रोजाना 20 किलोग्राम टमाटर का यूज होता है। ऐसे में पहले जहां 1500 से 1800 रुपए के टमाटर आ जाते थे। लेकिन अब तीन हजार से साढ़े तीन हजार के टमाटर आ रहे हैैं। इससे प्रॉफिट में कमी आती है। लेकिन हम अपने कस्टमर के टेस्ट के साथ समझौता नहीं करना चाहते हैैं। फायदा और घाटा तो लगा रहता है।

नूडल्स से गायब टमाटर
दयालबाग निवासी धीरज बताते हैैं कि वह नूडल्स खाने के लिए मार्केट गए। वहां पर उन्होंने रेस्टोरेंट संचालक से टमाटर डालने की डिमांड की। लेकिन रेस्टोरेंट संचालक ने टमाटर महंगे होने के कारण न होने की बात कह दी। धीरज ने बताया कि ज्यादातर फूड स्टॉल्स और रेस्टोरेंट्स में यही स्थिति है। उन्होंने कहा कि डोसे के मसाले और चिली पनीर की ग्रेवी से भी टमाटर का स्वाद गायब हो गया है। अब बाहर घाने में भी मजा नहीं आ रहा है।

ऑनलाइन मंगा रहे प्यूरी
फूड स्टॉल चलाने वाले शैफ सुशील बताते हैैं कि वह चाइनीज फूड स्टॉल चलाते हैैं। उनकी ज्यादातर डिशेज में टमाटर की जरूरत पड़ती है। लेकिन टमाटर महंगा होने पर वह टमाटर प्यूरी और टोमेटो कैचअप से काम चला रहे हैैं। लेकिन मार्केट में अब टोमेटो प्यूरी भी शॉर्ट हो गई है। ऐसे में वह फिलहाल ऑनलाइन टोमेटो प्यूरी मंगाकर काम चला रहे हैैं। सुशील ने कहा कि टमाटर की क्राइसिस से सेल भी प्रभावित हो रही है। टमाटर डालने से प्रॉफिट कम हो रहा है। ऐसे में मुश्किल हो गई है।

वर्जन
टमाटर महंगा होने से प्रॉफिट में कमी आई है। लेकिन हम कस्टमर के टेस्ट से कॉम्प्रमाइज नहीं कर रहे हैैं। एक दो महीने के लिए कम कमाएंगे।
- शिशिर भगत, ओनर, भगत फूड कोर्ट

टमाटर महंगा होने पर टोमेटो प्यूरी से काम चला रहे हैैं। लेकिन मार्केट में यह भी शॉर्ट हो गई है। इससे हमें काफी मुश्किल हो रही है।
- सुशील, फूड कोर्ट संचालक

पहले टोमाटो प्यूरी को काफी कम ही लोग खरीदते थे, लेकिन टमाटर महंगा होने के बाद में इसकी डिमांड बढ़ गई है। अब यह मार्केट में शॉर्ट हो गई है। इसका स्टॉक लिमिटेड आ रहा है।
- सोनू, जनरल स्टोर संचालक

घर के साथ-साथ बाहर के खाने में से भी टमाटर गायब हो गए हैैं। नूडल्स खाने जाओ तो वहां टमाटर नहीं हैं, डोसे के मसाले से टमाटर गायब हो गया है। चिली पनीर में तो टमाटर का स्वाद भी नहीं आ रहा है।
-धीरज, कस्टमर
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160 रुपए प्रति किलोग्राम चल रहा है टमाटर
80 रुपए का आ रहा 200 ग्राम का टोमाटो प्यूरी का पैकेट
50 परसेंट तक रेस्टोरेंट संचालकों के प्रॉफिट में आई कमी
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