आगरा। लखनऊ में बीते मंगलवार को एक पालतू डॉग ने अपनी मालकिन को नोच-नोचकर मार डाला। 80 वर्षीय शिक्षिका सुशीला त्रिपाठी पर उनके पिटबुल डॉग ने सुबह पांच बजे कमरे से निकलते ही हमला बोल दिया। शरीर पर गहरे जख्म होने से महिला की मौत हो गई। इसी को देखते हुए नगर निगम पेट डॉग के लिए एडवायजरी तैयार कर रहा है।

एनीमल वेलफेयर के नाम तैयार हो रहा पोर्टल
नगर निगम के पशु चिकित्साधिकारी ने बताया कि अभी पोर्टल का नाम निश्चित नहीं हुआ है। हो सकता है एनीमल वेलफेयर के नाम से पोर्टल बनाया जाए। ये पोर्टल नगर निगम की वेबसाइट पर ही उपलब्ध होगा। इस पोर्टल पर पेट डॉग्स-कैट के लिए एडवायजरी भी अपलोड की जाएगी। एप से लोग घर बैठे ही अपने डॉग का रजिस्ट्रेशन कर सकेंगे।

पेट डॉग के रजिस्ट्रेशन का प्रपोजल तैयार
नगर निगम ने पेट डॉग के रजिस्ट्रेशन के लिए प्रपोजल तैयार कर लिया। इसके लिए वार्षिक रजिस्ट्रेशन निर्धारित कर दिया गया है।

श्रेणी निर्धारित रजिस्ट्रेशन फीस
बड़े डॉग विदेशी नस्ल क्रॉस ब्रीड 1000 रुपए प्रति वर्ष
छोटे डॉग विदेशी नस्ल 500 रुपए प्रति वर्ष
भारतीय नस्ल के देशी डॉग 100 रुपए प्रतिवर्ष

डॉग क्लीनिक की ये रहेगी रजिस्ट्रेशन फीस
डॉग क्लीनिक - 5000 रुपए प्रति वर्ष
डॉग क्लीनिक डॉग हॉस्टल- 10 हजार प्रतिवर्ष
पेट शॉप 3 हजार प्रति वर्ष

नोट: डॉग ब्रीडर सेंटर के लिए वार्षिक शुल्क 15 हजार रुपए निर्धारित किया गया है।


पीएफए सेंटर में हो रही नसबंदी और वैक्सीनेशन
शहर में एनीमल बर्थ कंट्रोल के लिए एबीसी की स्थापना की जानी थी। जो अभी नहीं हो सकी है। इस बारे में मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ। अजय कुमार सिंह ने बताया कि वर्ष में 500 डॉग की नसबंदी का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। इस काम को पीएफए देख रही है। पिछले वर्ष में 400 डॉग की नसबंदी की गई है। इसके लिए 900 रुपए प्रति डॉग के हिसाब से भुगतान किया

शहर में डॉग्स की स्थिति पर एक नजर
- 18 हजार शहर में डॉग्स की संख्या
- 3-4 डॉग्स से संबंधित कंप्लेन हर रोज नगर निगम में प्राप्त हो रही
- 4600 डॉग्स की नसबंदी गत वर्ष करने का दवा
- नगर निगम ने मौजूदा वित्तीय वर्ष उठाया है डॉग्स की नसबंदी का टेंडर
- वर्ष में 500 डॉग्स की नसबंदी का लक्ष्य निर्धारित किया गया।
- सात कैटल कैचर नगर निगम में आवारा जानवरों को पकडऩे के लिए
- 11 कर्मचारियों का स्टाफ आवारा जानवरों का पकडऩे के लिए
- 900 रुपए प्रति डॉग के हिसाब से किया जा रहा भुगतान


खतरनाक होता है पिटबुल नस्ल का डॉग
पिटबुल नस्ल का डॉग अमेरिकी शिकारी डॉग की नस्ल है। ये बुलडॉग और टेरियर नस्ल की क्रॉस ब्रीडिंग से होते हैं। ये स्वभाव से हिंसक होते हैं। लखनऊ में भी पिटबुल नस्ल के डॉग ने ही अपनी मालकिन पर हमला बोलकर नोचकर मार डाला।


पेट डॉग के ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के लिए पोर्टल और एप तैयार किया जा रहा है। इस पोर्टल पर लोग अपने पेट्स डॉग का घर बैठे रजिस्ट्रेशन करा सकेंगे। इस पर काम चल रहा है।
डॉ। अजय कुमार सिंह, पशु चिकित्साधिकारी नगर निगम