आगरा(ब्यूरो)। शहर में यूपीपीसीबी के छह मॉनिटरिंग स्टेशन हैं। इसमें संजय प्लेस स्टेशन पर सुबह से रात तक एक्यूआई का लेवल 200 से अधिक रहकर पुअर क्वॉलिटी में रहा। यहां रोज हजारों की संख्या में लोगों का आवागमन होता है। प्रदूषित हवा के कारण लोगों को खांसी आना और आंखों में जलन आदि की समस्या से जूझना पड़ा। इस दौरान क्षेत्र में वाटर स्प्रिंकलर भी देखने को नहीं मिले।


मैं किसी काम से संजय प्लेस गया था। कुछ समय ही इस क्षेत्र में रहा। अचानक से आंखों में जलन होने लगी। मुझे समझ ही नहीं आ रहा था कि आखिर क्या हो रहा है।
दीपक दक्ष

संजय प्लेस में वाटर स्प्रिंकलर नदारद मिले। जबकि मैंने सीपीसीबी की वेबसाइट पर एक्यूआई चेक किया तो दोपहर में 280 एक्यूआई मिला। इस दौरान सांस फूलने की भी समस्या हो रही थी।
पवन कुमार

संजय प्लेस में दिनभर रहा एक्यूआई
सुबह छह बजे 282
सुबह 10 बजे 286
दोपहर 2 बजे 272
शाम छह बजे 266
रात 10 बजे 260


शहर के मॉनिटरिंग स्टेशंस की स्थिति
मनोहरपुर 105
रोहता 88
आवास विकास 96
शाहजहां गार्डन 102
शास्त्रीपुरम 127


मैक्सिमम टेम्प्रेपर 3 डिग्री गिरा, दिन में बढ़ी सर्दी
आगरा। शहर में ठंडक में लगातार इजाफा हो रहा है। सोमवार को मैक्सिमम टेम्प्रेचर सामान्य से तीन डिग्री की गिरावट के साथ 24.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इस कारण अन्य दिनों की अपेक्षा दिन में ठंडक महसूस हुई। हालांकि इस दौरान मिनिमम टेम्प्रेचर 11.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से दो डिग्री अधिक रहा। मौसम विभाग के अनुसार मंगलवार को भी ऐसे ही हालात रहेंगे। सुबह हल्का कोहरा छा सकता है।

यूपीपीसीबी को मेट्रो में मिली कमियां
आगरा। उप्र मेट्रो रेल कार्पोरेशन लिमिटेड की ओर से निर्माण कार्य के दौरान केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की गाइडलाइंस का उल्लंघन किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के अधिकारियों द्वारा 19 अक्टूबर से 25 अक्टूबर के बीच निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान निर्माण कार्य प्रगति पर पाया गया। निर्माण सामग्री तिरपाल से ढकी हुई थी, लेकिन निर्माण स्थल पर वाहनों के आवागमन से धूल उड़ती पाई गई। साथ ही नियमित पानी का छिड़काव भी नहीं होते मिला। एंट्री स्मॉग गन भी नहीं चलती मिली। इस पर यूपीपीसीबी की ओर से 29.25 लाख का जुर्माना लगाया गया है।


ये कमियां मिलीं
- एंटी स्मॉग गन पर प्रोपर नहीं चलती मिली
- वाहनों के आवागमन से उड़ रही थी धूल
- पानी का छिड़काव होते भी नहीं मिला


केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की गाइडलाइन का उल्लंघन करने पर 29.25 लाख का जुर्माना लगाया गया है। शहर में जहां भी कंस्ट्रक्शन एंड डिमोलिशन वेस्ट मैनेजमेंट रूल्स का उल्लंघन किया जाएगा, वहां कार्रवाई की जाएगी। प्रदूषण फैलाने वाले तत्वों पर कार्रवाई को लेकर विभाग गंभीर है।
डॉ। विश्वनाथ शर्मा, क्षेत्रीय अधिकारी, यूपीपीसीबी

उत्तर प्रदेश पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड की ओर से कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था। इसका जवाब दे दिया गया था। मेट्रो की ओर से निर्माण के दौरान सभी गाइडलाइंस को फॉलो किया जाता है।
अरविंद कुमार राय, पीडी, आगरा मेट्रो