-सोशल मीडिया में वायरल वीडियो को किया जा रहा पसंद
-जेबकतरों को पकड़ने के लिए तीन दिन चलाया था ई-रिक्शा
आगरा। शहर में ऑटो और ई-रिक्शा में जेब काटने वाले गिरोह के एक बदमाश को पकड़ने के लिए पुलिस का अनोखा तरीका इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है। सोशल मीडिया पर ई-रिक्शा चलाते हुए सिपाही का वीडियो खासा पसंद किया जा रहा है।
गैंग को पकड़ने के लिए चलाया ई-रिक्शा
जेबकतरों के गैंग का सुराग लगाने के लिए हरीपर्वत थाने के एक कांस्टेबल को तीन दिन तक ई-रिक्शा चलाना पड़ा। कुछ दिन पूर्व उनके रिक्शा में बैठे एक बुजुर्ग की जेब काटने पर सिपाही ने आरोपी को रंगेहाथ पकड़ लिया था। जब रिक्शा चला रहे सिपाही की असली पहचान सामने आई तो लोग दंग रह गए। वहीं विभाग में सिपाही की कार्यशैली की सराहना की जा रही है। सोशल मीडिया पर भी सिपाही की फोटो खूब वायरल की जा रही है।
गिरोह की तलाश में पुलिस
सवारी वाहनों के साथ लूट व जेब काटने की शिकायतों पर पुलिस एमजी रोड पर गिरोह की तलाश कर रही थी। इसके लिए हरीपर्वत थाना पुलिस ने जेब कतरों पर शिकंजा कसने के लिए सिपाही गौतम को ई-रिक्शा का चालक बनाया। सिपाही गौतम ने तीन दिन तक संजय प्लेस से देहली गेट, लोहामंडी तक ई-रिक्शा चलाया था। इस दौरान उनकी पहचान कुछ ठेकेदार और जेब कतरों से भी हुई। इस संबंध में दूसरे चालकों से बातचीत के दौरान ऐसे लोगों के बारे में जानकारी मिली जो सवारी वाहनों में बैठे लोगों की मोटी जेब देख उनको अपना शिकार बनाते थे।
एक बुर्जग व्यक्ति को बनाया निशाना
बीते शुक्रवार को संजय प्लेस से हरीपर्वत चौराहा और देहली गेट के बीच एक बुजुर्ग सवारी सिपाही के ई-रिक्शा में बैठी थी। जेब कतरे ने बुजुर्ग व्यक्ति का ध्यान भटका दिया, उससे रिक्शा में रखे थैले को हटाने के लिए कहा। इस बीच रिक्शा चालक बना सिपाही गौतम भी सतर्क रहा। मौका देखते ही जेबकतरे ने बुजुर्ग की जेब पर हाथ साफ कर दिया। जानकारी होने बुजुर्ग ने आसपास के लोगों को पुकारा, लेकिन पहले से मुस्तैद सिपाही ने आरोपी को दबोच लिया।
बेटी की शादी के लिए निकाले थे रुपये
पीडि़त बुजुर्ग ने पुलिस पूछताछ में बताया कि वह एमजी रोड पर एक कपड़ा शोरूम में कर्मचारी है। हालही में उनकी बेटी की शादी होने वाली है। बैंक से निकाली रकम उनकी जमा पूंजी थी। बुजुर्ग ने जेबकतरे के खिलाफ कार्रवाई करने से इंकार कर दिया है। थाना हरीपर्वत में पूछताछ में आरोपी ने पहले अपना नाम संजय गिहारा निवासी पुरवा, थाना बिंदकी, फतेहपुर बताया था, बाद में अपना असली नाम शंकर निवासी रामनगर गिहार बस्ती, थाना छिबरामऊ, कन्नौज बताया। पुलिस पकड़े गए जेब कतरे से उसके साथियों के बारे में जानकारी हासिल कर चुकी है। पूछताछ में पुलिस को शंकर ने कई नाम बताए हैं जो एमजी रोड, संजय प्लेस में आपराधिक गतिविधियों में सक्रिय है। शंकर के जेल जाने के बाद उनको भी गिरफ्तार करने की तैयारी चल रही है।