- बीएएमएस के 90 फीसद छात्र फेल होने पर 20 शिक्षकों से कराया गया पुनर्मूल्यांकन
- 150 कॉपी में से दो में पांच फीसद और एक में 20 फीसद अंक बढ़े, कराई गई वीडियोग्राफी
आगरा: डॉ। आंबेडकर विश्वविद्यालय के परीक्षाफल में फेल हुए बैचलर ऑफ आयुर्वेद मेडिसिन एंड सर्जरी (बीएएमएस) के छात्रों की कॉपी में प्रेम पत्र और कविताएं लिखी हैं। छात्रों के हंगामा करने के बाद विवि में 150 उत्तर पुस्तिकाओं (कॉपी) का पुनर्मूल्यांकन कराया गया। 20 शिक्षकों की टीम ने मूल्यांकन किया, इसमें से एक छात्र के 20 फीसद और दो छात्रों के पांच फीसद अंक बढ़े हैं।
जुलाई में हुई थी परीक्षाएं
विश्वविद्यालय से संबद्ध 12 आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेजों के बीएएमएस सत्र 2017 की मुख्य परीक्षाएं जुलाई में कराई गई। 25 नवंबर को परीक्षाफल घोषित किया गया। इसमें 90 फीसद छात्र फेल हैं, छात्रों ने 27 नवंबर को विश्वविद्यालय में प्रदर्शन किया। छात्र दो दिसंबर को विश्वविद्यालय में अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए। विश्वविद्यालय ने उत्तर पुस्तिकाओं का पुनर्मूल्यांकन कराने का आश्वासन देकर धरना समाप्त कराया। कुलसचिव केएन सिंह ने बताया कि विवि के खंदारी परिसर में 20 शिक्षकों की टीम ने 150 उत्तर पुस्तिका का पुनर्मूल्यांकन किया। कुछ छात्रों ने अपनी उत्तर पुस्तिका में प्रेम पत्र लिखा है, कई छात्रों की कॉपी में कविताएं लिखी गई। ऐसे छात्रों की संख्या भी अधिक है जिन्होंने प्रश्न ही उतार दिया है। इसकी वीडियोग्राफी भी कराई गई है। परीक्षकों ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि अधिकांश छात्रों को दो से तीन अंक ज्यादा दिए गए हैं। एक छात्र के 20 फीसद अंक बढ़े हैं, इस पर विचार किया जाएगा। दो छात्रों के पांच फीसद अंक बढ़े हैं, इनके अंक नहीं बढ़ाए जाएंगे।
सेवानिवृत्त शिक्षक ने कहा कॉपी देखकर शर्म आने लगी
20 शिक्षकों की टीम में एक रिटायर शिक्षक भी थे, उन्होंने छात्रों की उत्तर पुस्तिकाओं का पूनर्मूल्यांकन करने के टिप्पणी की कि कॉपी देखकर शर्म आने लगी। इतना स्तर गिर चुका है कि छात्रों को विषय और प्रश्न पत्र तक की जानकारी नहीं है।
नहीं पढ़ा रहे शिक्षक, हो रही वसूली
बीएएमएस के छात्रों ने कॉलेज संचालकों पर भी आरोप लगाए हैं। शिक्षक पढ़ाने नहीं आते हैं, बिना पढ़े ही परीक्षाएं देनी पड़ रही हैं। परीक्षा शुल्क 5600 की जगह 20 हजार रुपये वसूला जा रहा है।