रुड़की: फोटोग्राफर ने ही अपनी प्रेमिका को गंगनहर में धक्का देकर मौत के घाट उतारा था। पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से गिफ्ट की गई चेन और उसमें लगा पैंडल बरामद कर लिया। हत्या की वजह रितु का उस पर शादी करने का दबाव डालना रही। गंगनहर कोतवाली क्षेत्र के शास्त्री नगर निवासी रितु तलाकशुदा महिला थी और एलएलबी कर रही थी। एक सितंबर को वह लापता हो गई थी। उसकी स्कूटी पीरबाबा कॉलोनी के पास गंगनहर किनारे लावारिस हालत में बरामद हुई थी। महिला की मां ने फोटोग्राफर अजय सैनी उर्फ बंटी निवासी किशनपुर पर बेटी को गायब करने और उसकी हत्या करने के शक में कोतवाली गंगनहर में मुकदमा दर्ज कराया था। फोटोग्राफर से पुलिस घटना के बाद पूछताछ कर चुकी थी। पुलिस ने रितु के मोबाइल की कॉल डिटेल के आधार पर सोमवार की रात फोटोग्राफर को एक बार फिर से हिरासत में लिया। पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की, तो उसने सच उगल दिया। गंगनहर कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक प्रवीण सिंह कोश्यारी ने बताया कि पूछताछ में आरोपित ने बताया कि तीन साल से उसके रितु से प्रेम संबंध थे। रितु पिछले कुछ दिनों से उस पर शादी करने का दबाव डाल रही थी। आरोपित पहले से ही शादीशुदा था और उसके चार बच्चे है। इसके चलते ही उसने शादी से इन्कार कर दिया। एक सितंबर को दोनों में झगड़ा भी हुआ था। गुस्से में रितु उसका मोबाइल लेकर अपने घर आ गई थी। यहां पर भी दोनों में खूब झगड़ा हुआ था। शादी का आश्वासन देकर उसने रितू से अपना मोबाइल ले लिया था। फोटोग्राफर ने उससे छुटकारा पाने के लिए हत्या की योजना बना ली। योजना के मुताबिक एक सितंबर की शाम को ही उसने रितु को मिलने के लिए पहले कलियर रोड पर बुलाया। यहां से सीधे दोनों पीरबाबा कालोनी के पास पहुंचे। दोनों गंगनहर की पटरी पर बैठे थे। इसी दौरान आरोपित ने रितु के गले से चेन छीन ली और उसे गंगनहर में धक्का दे दिया। उसकी स्कूटी को वहीं छोड़कर आरोपित घर आ गया था। प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि आरोपित की निशानदेही पर आसफनगर झाल के निकट गंगनहर से रितु का शव बरामद कर लिया। उसका शव गंगनहर में एक जगह पर अटका हुआ था। पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया। प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि आरोपित का चालान कर जेल भेज दिया गया।
पुलिस को चकमा देने का खूब किया प्रयास
प्रेमिका की हत्या करने के बाद आरोपी ने पुलिस को चकमा देने का खूब प्रयास किया। हालांकि रितु की मां को पहले से ही फोटोग्राफर पर शक था। पुलिस को भी वह पूछताछ में चकमा देता रहा, लेकिन जब कॉल डिटेल खंगाली तो लापता होने से पहले रितु को की गई फोन कॉल्स और शाम को फोटोग्राफर का फोन बंद होने की बात से पुलिस का माथा ठनक गया था। कलियर रोड पर दोनों के फोन की लोकेशन एक जगह की मिली। इसके बाद आरोपी का मोबाइल बंद हो गया। इसी को आधार बनाते हुए पुलिस ने आरोपी को घेर लिया।
रितु को नहीं था आभास
रितु से उसका एक सितंबर को दो बार झगड़ा हुआ था। इसके बाद भी रितु उसकी योजना को नहीं भांप सकी। उसके फोन आने के बाद वह विश्वास कर उससे मिलने के लिए चली गई। उसके इसी विश्वास का फायदा उठाते हुए आरोपित ने उसे मौत के घाट उतार दिया।