आगरा(ब्यूरो)। आगरा के रहने वाले पीडि़त रामगोपाल सिंह ने कमिश्नर डॉ। प्रीतिंदर सिंह से साइबर ठगी को लेकर शिकायत की थी, इसमें बताया कि किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा एटीएम केबिन में डेबिट कार्ड बदलकर अवैध रूप से कैश व पीओएस, इडीसी (इलेक्ट्रॉनिक्स डेटा कैप्चर) मशीन के जरिए से एक लाख सत्तर हजार रुपए धोखाधड़ी की गई, इसकी जांच साइबर सेल द्वारा डिप्टी पुलिस कमिश्नर विकास कुमार के निर्देशन में की गई। जांच के दौरान इडीसी मशीन के जरिए से अलग-अलग बैंक खातों से हुई अवैध ट्रांजेक्शन व इडीसी मशीन के लिए कराई गई। केवाईसी से प्राप्त दस्तावेजों के आधार पर थाना शाहगंज पर धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया गया।
गैंग का वारदात करने का तरीका
विजय तोमर ने बताया कि शातिर साइबर क्रिमिनल्स व्यापारिक प्रतिष्ठानों पर पेडीएम का फोटो माबाइल से खींचने के बाद पेटीएम कर्मचारी से मिलकर किसी व्यक्ति का खाता, आधार कार्ड , पेन लगाने के बाद केवाईसी अपडेट कराते थे, इसके बाद एडीएम के पास खड़े होकर ऐसे लोगों को टारगेट करते थे जो अशिक्षित या बुजुर्ग हैं। उनकी मदद के बहाने सेम बैंक का कार्ड चेंज कर दिया करते थे। इसके बाद स्वेप मशीन से लाखों की रकम पार कर दिया करते थे। इसके बाद पीडि़त के मोबाइल पर रुपए निकासी का मैसेज आता था, जिसमें सदर थाना क्षेत्र में वारदात करने के बाद गुडग़ांव या राजस्थान के शॉपिंग मॉल का मैसेज शो होता था, इस पर पीडि़त समझता था कि उसके साथ ठगी की वारदात ऑउट ऑफ स्टेट से की गई है।
शहर में एक्टिव हरियाणा का गैंग
साइबर क्राइम सेल द्वारा मुकदमों में प्राप्त बैंक जानकारी के आधार पर मोबाइल नंबर व बैंक खातों का तकनीकी विश्लेषण कर जानकारी प्राप्त की गई, उनके नाम व पतों को तस्दीक किया गया तो वह जनपद नूंह मेवात, महेन्द्रगढ, हरियाणा क्षेत्र के पाऐ गए, जिसको थाना शाहगंज क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया। ये गैंग एडीएम के आसपास एक्टिव रहता है।
टारगेट पर अशिक्षित, बुजुर्ग
पूछताछ में गिरफ्तार शातिरों में आजम खां निवासी मेवात हरियाणा द्वारा बताया कि इमरान निवासी मेवात, नाशिर निवासी नगलाशरीफ जेवर गरीब, अनपढ़, बुजुर्ग लोगों की सहायता के बहाने एटीएम केबिन के अन्दर पीछे खड़े होकर चुपके से पिन देखकर डेबिट कार्ड बदलकर उसी बैंक का क्लोन कार्ड दे देते हैं।
पेटीएम कर्मचारी की मिली भगत
इसके बाद पेटीएम कर्मचारी करन निवासी पीलीभीत, सतीश निवासी महेन्द्रगढ हरियाणा व अनिरबन निवासी दिल्ली से मिलकर फर्जी दस्तावेज से प्राप्त इडीसी मशीन से स्वाइप कर लिंक बैंक खाता से कैश निकासी कर आपस में बॉट लेते हैं। जशवीर सिंह सिरोही प्रभारी निरीक्षक थाना शाहगंज ने बताया कि फरार आरोपियों की तलाश की जा रही है।
गिरफ्तार मेव गैंग के शातिर
-आजम खां पुत्र रति खां निवासी गांव मालब, जिला नूंह मेवात हरियाणा
-नासिर पुत्र एम ताहिर निवासी नगला शरीफ, जेवर यूपी।
-करन पुत्र शैलेन्द्र गैन निवासी महुफ कॉलोनी, पीलीभीत यूपी।
फरार शातिर क्रिमिनल
-इमरान निवासी गांव, मालब, जिला, नूह मेवात हरियाणा
-अनिरबन निवासी दिल्ली (पेटीएम कर्मचारी)
आरोपियों से बरामदगी
-कैश, 25 हजार रुपए
-मोबाइल फोन, 3
-इडीसी, पीओएस, मशीन 2
-पीओएस सिम, 1
-सिम 5
-फर्जी आधार कार्ड 2
-डेबिट कार्ड 13
क्रिमिनल हिस्ट्री
-थाना सदर में धोखाधड़ी कमिश्नरेट
धारा 420,34,120बी, 467,468, 471 आइपीसी व 66 आईटी एक्ट मेें थाना शाहगंज में दर्ज किया गया है।
-धारा 420 आईपीसी थाना क्वार्सी, जनपद अलीगढ
-धारा 379,420 आईपीसी थाना -क्वार्सी जनपद अलीगढ।
देश के इन राज्यों की वारदात
साइकेप पेन इंडिया साइबर क्राइम लिंक, कोतवाली बुन्दी, राजस्थान, रायपुर झालाबाड, राजस्थान,चंडीगढ,बिसरख, गौतमबुद्ध नगर यूपी, रचकोंडा, तेलांगना, कोयम्बटूर, तमिलनाडू , हैदराबाद, मेवात हरियाणा, नेव सराय, साउथ दिल्ली, सतपुर, नासिक महाराष्ट्र, कोतवाली नगर, मुजफ्फरनगर यूपी, पालनपुर वेस्ट बनासकाठा, गुजरात, पाटली पुत्र, पटना बिहार, धौलाना, हापुड यूपी कोतवाली, प्रयागराज यूपी, बलरई, मुरादाबाद यूपी, सदर बाजार, आगरा, लखनऊ, क्वार्सी, अलीगढ़, यूपी।
गिरफ्तार करने वाली टीम
शाहगंज थाना प्रभाारी जशवीर सिंह सिरोही, सुल्तान सिंह प्रभारी साइबर सेल, अरविन्द तोमर निरीक्षक अपराध, उनि सुबोध मान, साइबर सेल, सनी कुमार, विजय तोमर, मनोज कुमार, अविनाश कुमार साइबर सेल, कपिल तोमर, विपुल कुमार शामिल रहे।
पेटीएम कर्मचारियों की मिली भगत से शातिर एटीएम के भीतर खड़े होकर पीन नंबर पता करने के बाद कार्ड का क्लोन तैयार करते थे, इसके बाद किसी का आधार, पीन और खाता नंबर लेकर केवाईसी अपडेट कराते थे। फिर स्वेप मशीन से लाखों की रकम निकालते थे।
- राजीव कुमार, अपर पुलिस उपायुक्त क्राइम