आगरा. अगर पार्किंग को शहर में प्रोपर जगह नहीं हैं तो वाहनों के रजिस्ट्रेशन में कमी लाएं। ये टिप्पणी एनजीटी नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने आगरा समेत ज्यादा प्रदूषण वाले 122 शहरों के बारे में की थी। पर्यावरण सुरक्षा के लिहाज से इसको जरुरी बताया गया।
सर्वे कर तैयार की थी सूची
नगर निगम ने रोड पर वाहन पार्किंग करने वालों की सूची तैयार कराई थी। इसमें शहर में सड़क के किनारे से बने स्कूल, कोचिंग सेंटर, नर्सिंग होम्स, मॉल, सिनेमा हॉल, शोरुम, होटल, रेस्टोरेंट द्वारा सड़क की पटरी को पार्किंग के रुप में प्रयोग करते हैं। चूंकि कोई पार्किंग स्पेस न होने के कारण लोग अपने वाहनों को रोड पर पार्क करते हैं। इससे जाम की स्थिति बन जाती है।
शहर में नहीं है कोई मल्टीस्टोरी पार्किंग
शहर में कोई मल्टीस्टोरी पार्किंग नहीं है। गत वर्षो में 231.85 करोड़ की लागत से ओरिएंटेशन सेंटर के निर्माण के अलावा मल्टीलेविल पार्किंग का प्रस्ताव भी शामिल था। इसमें शासन ने शुरुआत में 30 करोड़ रुपए का बजट भी रिलीज कर दिया था। इसमें से 9.21 करोड़ की धनराशि मल्टीलेवल पार्किंग के शुरुआती निर्माण पर भी खर्च हो गए थे। बाद में इसके निर्माण पर रोक लगा दी गई। इसमें 11 पेड़ काटने की मंजूरी मांगी गई थी लेकिन ये प्रस्ताव आगे नहीं बढ़ सका। इसके बाद कोई भी मल्टीलेवल पार्किंग का प्रस्ताव तैयार नहीं हो सका।
शहर में मौजूदा पार्किंग की स्थिति
शहर में मौजूदा समय में शहर में विभिन्न वर्गों में 255 पार्किंग स्थल हैं। इसमें ज्यादातर ठेके नगर निगम उठाता है। इसमें भगवान टॉकीज क्षेत्र में आठ, रामबाग क्षेत्र 12, सिकंदरा में 10, संजय प्लेस में 9 समेत सिटी में 255 पार्किंग स्थल हैं।
पार्किंग न होने से रोड पर लगता है जाम
सिटी में पार्किंग स्थल न होने पर आए दिन रोड पर जाम की स्थिति बनी रहती है। इसमें शाह मार्केट में रोड पर पार्किंग होती है। इन्द्रापुर्म, न्यू आगरा, पश्चिमपुरी, शास्त्रीपुर्म चौराहा, वाटर वक्र्स, भगवान टॉकीज, एत्माद्दौला क्षेत्र, अकबर टॉम्ब आदि क्षेत्र में पार्किंग सजती है। इसके अलावा किनारी बाजार, दरेसी बाजार, सुभाष बाजार, सदर बाजार आदि क्षेत्रों में रोड पर जगह तक नहीं रहती है। ताज के एक किमी। के दायरे में मल्टीलेवल पार्किंग को लेकर एनओसी प्राप्त नहीं हो सकी।
वर्जन
सदन में रोड पर पार्किंग करने के मुद्दे पर चर्चा हुई थी। लेकिन ये प्रस्ताव आगे नहीं बढ़ सका। अभी फिलहाल ये प्रस्ताव ठंडे बस्ते में है।
-रवि माथुर पार्षद