आगरा(ब्यूरो)। पुस्तक मेले में आए राहुल ने कहा कि आगरा में यूं तो आए दिन विभिन्न मेले और एग्जीबिशन लगते रहते हैं। टूरिस्ट सिटी होने के नाते यहां पर खरीददार भी बड़ी संख्या में पहुंचते हैं लेकिन मोबाइल और गूगल के दौर में भी किताबों के प्रति आकर्षण और प्रेम अब भी लोगों के मन में बरकरार है। यह बात पुस्तक मेला में देखने को मिल रही है। किताबों की इस दुनिया में आने के बाद आप कब घंटों यूं ही बिता देंगे ये आपको पता ही नहीं चलेगा।

हर प्रकार की पुस्तक मौजूद
जीआईसी में आयोजित पुस्तक मेले में रामचरित मानस की भांति ही ब्रज विलास पुस्तक जिसे श्रीकृष्ण चरितमानस माना जाता है आध्यात्म के जिज्ञासुओं को यहां मिलेगी। भोजपुरी से लेकर तमाम लोकभाषाओं की पुस्तक लोककलाओं को संजोकर इंडिया नेटबुक्स की स्टॉल पर उपलब्ध हैं। योगदा सत्संग सोसायटी ऑफ इंडिया, गोरखपुर प्रेस की पुस्तकें हैं तो बेस्ट सेलर हैक द टेक, द डायरी ऑफ यंग गर्ल भी आपको यहां मिल जाएगी। बच्चों के लिए कॉमिक्स के साथ वैदिक मैथमेटिक की किताबें और वॉशेबल बुक सर्वाधिक मांग में हैं। हिंदी और अंग्रेजी साहित्य के अतिरिक्त पुस्तक मेला में उर्दू साहित्य भी खासा ध्यान खींच रहा है। अहमदिया मुस्लिक कम्युनिटी की स्टॉल पर जिहाद की वास्तविकता बताती पुस्तक जिहाद, इस्लाम में औरत का स्थान, हजरत मिर्जा मसरूर अहमद के भाषणों का संकलन तृतीय विश्व युद्ध के परिणाम उपलब्ध हैं। इसके साथ ही हजरत मुहम्मद साहब की जीवनी और पवित्र कुरान का हिंदी संस्करण भी आपको यहां मिल जाएगा।

तीन इंच से लेकर तीन फुट की पुस्तक भी
निखिल प्रकाशन की स्टॉल पर रखी तीन इंच की पुस्तक से लेकर तीन फुट की किताब अपनी ओर ध्यान आकर्षित कर रही हैं। स्टॉल संचालक मोहन मुरारी शर्मा ने बताया कि तीन इंच की श्रीमद् भगवत गीता और आइंस्टीन का अनकहा सिद्धांत हिंदी एवं अंग्रेजी में तीन फुट से अधिक के आकार में आकर्षण का केंद्र बन रहा है।

21 दिन में सीखें तनाव मुक्त जीवन पुस्तक मेले में स्ट्रेस मैनेजमेंट करने वाली किताबें भी हैैं। ऐसी ही एक किताब सेंट इन ए सूट लिखने वाले हेमंत पचौरी ने बताया कि कोरोना काल ने सबसे बड़ा झटका दिया है तनावपूर्ण जिंदगी का। जीवन में 90 प्रतिशत बीमारी मानसिक तनाव के कारण जन्म लेती हैं। सेंट इन सूट पुस्तक में मोटिवेशन गुरु सुनील पारिख द्वारा बताए गए मन शक्ति विशेष टिप्स हैं। लेखक का दावा है कि लगातार 21 दिन तक पुस्तक का अध्ययन करने से जीवन में व्यवहारिक बदलाव ला सकते हैं।

पसंद आ रही बच्चन साहब की जीवनी
पुस्तक मेले में राजपाल एंड संस की स्टॉल पर युवाओं की भीड़ उमड़ रही है। कारण है पिछले दशकों के रचनाकारों की कालजयी पुस्तकों का संकलन। स्टॉल संचालक नीरज और रोहित ने बताया कि हरिवंश राय बच्चन आज भी युवा पीढ़ी की पहली पसंद बने हुए हैं। उनकी चार भागों में लिखी जीवनी हो या मधुशाला, युवाओं के लिए आकर्षण का केंद्र है। फैज, गालिब, इकबाल, साहिर लुधियानी की शायरी हिंदी, उर्दू और अंग्रेजी में भी पसंद की जा रही है। वैशाली की नगरवधू खरीदने के लिए भी पुस्तक प्रेमी पहुंच रहे हैं। वहीं 47 भाषाओं में अनूदित जेफरी आर्चर की प्रॉडिगल डॉटर और केन एंड एबल जो भी पसंद की जा रही है। सनातन इतिहास और परंपरा को वैज्ञानिक तरीके से बताती देवदत्त पट्टनायक की महाभारत के योद्धा और शिव के सात रहस्य पूछते हुए भी लोग आ रहे हैं। अमृता प्रीतम की यह कलम यह कागज यह अक्षर और जलते बुझते लोग युवतियों और महिलाओं को पहली पसंद बने हुए हैं।

पीएम मोदी की जीवनी की भी मांग
पुस्तक मेले में पीएम मोदी की जीवनी भी किसी पुस्तक से पीछे नहीं रह रही है। इसे युवा खूब पसंद कर रहे हैैं। भारत सरकार के प्रकाशन विभाग के स्टॉल पर देश का गौरवमय इतिहास बताती पुस्तकों के साथ पीएम नरेंद्र मोदी की पुस्तकें आकर्षण का केंद्र बनी हुई हैं। पीएम मोदी की पुस्तक प्रेमतीर्थ सबसे ज्यादा पसंद की जा रही है।


मैैंने पुस्तक मेले में कई किताबें खरीदी हैैं। इसमें पीएम नरेंद्र मोदी की बायोग्राफी भी खरीदी है। मैैं पीएम मोदी से काफी इंस्पायर हूं।
- हरीश, पब्लिक

पुस्तक मेले में आकर काफी अच्छा लग रहा है। मैैं दों घंटे पहले यहां पर आया था। ऐसा लग रहा है मानो अभी दो ही मिनट पहले आया हूं।
- मोनू, पब्लिक

वैसे तो मैैं किंडल पर ही किताबें पढ़ लेता हूं। मेरे किंडल में 500 से ज्यादा बुक्स हैैं। लेकिन पेपरबैक में पढऩे का फील अलग ही आता है।
- मोनिषा, पब्लिक
---------------------
50 से ज्यादा बुक स्टॉल लगी हैैं पुस्तक मेले में
12 घंटे रोज खुल रहा है बुक फेयर
05 हजार से अधिक का फुटफॉल है पुस्तक मेला में