आगरा। थोड़ी-थोड़ी पिया करो और एक वो भी था ज़माना को लोगों ने खूब पसंद किया। इस सुरीले सफर में बात शुरू तो हुई थी गजल गायकी से लेकिन बाद में दर्शकों की फरमाइश पर फिल्मी गीतों की तरफ उन्होंने रुख किया। मोहरा फिल्म का मशहूर गाना न कजरे की धार न मोतियों का हार और साजन फिल्म का गाना जिएं तो जिएं कैसे बिन आपके ने ऐसा समां बांधा कि लोगों ने हर लाइन पर दाद दी। आखिरी में पंकज उधास ने जब चि_ी आई हैको जब गाया तो पूरा पंडाल तालियों की गडग़ड़ाहट से गूंज उठा।
रीत मिश्रा ने खूब किया मनोरंजन
पंकज उधास से पहले सिंगर भूमिका मलिक और रीत मिश्रा ने भी अपनी गायकी का असर छोड़ा और जमकर माहौल बनाया। भूमिका मलिक ने कई शानदार गाने गाए। घाघरा, गुलाबी आंखें, पिया तू अब तो आजा और सजना री वारी वारी पर दर्शक झूमते दिखे। इसके अलावा उन्होंने काला चश्मा, बिल्लो रानी और अन्य तेज धुन के गाने गाए और बेहतरीन परफॉर्मेंस दी। लोगों ने भूमिका मलिक की गायकी को भी भरपूर सराहा। सिंगर रीत मिश्रा ने भी अपनी गायकी से लोगों का खूब मनोरंजन किया। रीत ने भी एक से बढ़के एक कई गाने बेहतरीन अंदाज में गाए। दिलबर मेरे कब तक तुझे, हम हैं बनारसी बाबू और लेकर हम दीवाना दिल गाकर माहौल को सुरीला बनाने में कोई कमी नहीं छोड़ी। इसके बाद उन्होंने जब देखा जो तुझे यार दिल में बजी गिटार और बचना ए हसीनों लो मैं आ गया को गाया तो लोग कुर्सियों से उठकर नाचने लगे। पग घुंघरू बांध मीरा नाची के अलावा किशोर कुमार के भी कई गाने गाए।
हुनर हाट में कचरा प्रबंधन की मिसाल
शिल्पग्राम में चल रहा 41वां हुनर हाट कचरा प्रबंधन की मिसाल पेश कर रहा है। यहां कूड़े और कचरे से हर दिन खाद बनाई जा रही है और वो खाद हुनर हाट में आने वाले लोगों को मुफ्त में बांटी जा रही है। इससे हुनर हाट का कूड़ा-कचरा हुनर हाट में ही खत्म किया जा रहा है। लोग इस खाद को अपने साथ ले जा रहे हैं। वो इसे घर के गमलों और बगीचे में इस कम्पोस्ट खाद का इस्तेमाल कर सकते हैं।
मशीन गीले कूड़े को बना रही खाद
स्वच्छता अभियान को ध्यान में रखकर हुनर हाट में एक विशेष मशीन लगाई गई है जो फ़ूड कोर्ट और स्टॉलों एवं प्रांगण से निकलने वाले गीले कूड़े से खाद बना रही है। हुनर हाट मेरा गांव मेरा देश और बावर्चीखाना सेक्शन में लगे फूड स्टॉल्स से निकलने वाले कूड़े को इस मशीन द्वारा कंपोस्ट के रूप में तैयार किया जा रहा है। यह कंपोस्ट हुनर हाट में आने वाले दर्शकों को मुफ्त वितरित की जा रही है। इस मशीन की क्षमता 500 किलोग्राम प्रति दिन कूड़े का निपटारा करने की है। मशीन लगाने का उद्देश्य है यहां का कूड़ा यहीं पर खत्म किया जाए ताकि कूड़े को डंप में भेजने से बचा जा सके।
थैले भी री-साइकिल करके बनाए
हुनर हाट में स्टॉलों पर सामान खरीदने वालों को जो थैले दिए जा रहे हैं, वे भी ऐसे मटेरियल के हैं जो री-साइकिल की जा सकती है। यानी सिंगल यूज प्लास्टिक नहीं रखी गई है। इसी प्रकार मेरा गांव, मेरा देश एवं बावर्चीखाना सेक्शन में जो खाने-पीने का सामान दिया जा रहा है वह भी एरिक पाम के पत्ते से बना हुआ है।
मुफ्त वितरित की जा रही खाद
हुनर हाट में आए दर्शकों को ये खाद बनाने और फिर इस खाद का मुफ़्त वितरण खूब पसंद आ रहा है। इस तरह की पहल से न सिर्फ साफ-सफाई और पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी समाज में जाता है बल्कि लोगों को सामाजिक जि़म्मेदारी का एहसास भी कराती है।