आगरा(ब्यूरो)। बुधवार सुबह आग बुझने पर लोग ढूंढ़ते हुए गोदाम पहुंचे। वहां उसका शव बुरी तरह जली हुई स्थिति में मिला। दृश्य देख लोगों के दिल दहल गए।

दोपहर में लगी आग
सदर के देवरी रोड निवासी राजेश कुमार की छीपीटोला पुरानी सब्जी मंडी में जूतों की दुकान है। उसके सामने ही उनका गोदाम है। मंगलवार की दोपहर तीन बजे गोदाम में भीषण आग लग गई थी। थिनर से भरे ड्रमों में विस्फोट से आग फैल गई। अग्निकांड के बाद से ही राजेश कुमार का 20 वर्षीय भतीजा कृष्णा पुत्र ओम प्रकाश निवासी नगला शेख बुलाकी ताजगंज गायब चल रहा था। परिजन उसे रात भर खोजते रहे। लोगों ने बताया था कि कृष्णा छत से कूद कर भाग गया था। बड़े भाई विशाल और अन्य लोगों ने उसको फोन किया तो घंटी जा रही थी। शाम साढ़े छह बजे तक घंटी बजती रही। परिजन को लगा कि वह इस डर से नहीं आ रहा है कि गोदाम में आग का जिम्मेदार उसे मानते हुए डांट न पड़े। जब रात तक नहीं आया तो परिजन बुधवार सुबह करीब 10 बजे गोदाम पर पहुंचे। अंदर देखा तो छत पर जाने वाली सीढिय़ों के नीचे उसका शव मिला।


दरवाजे और सीढिय़ों पर लगी आग ने रोका रास्ता
गोदाम के ग्राउंड फ्लोर पर दरवाजे के सामने और छत पर जाने वाली सीढिय़ों के बराबर में रसायन भरे ड्रम रखे थे। अनुमान है कि दरवाजे और सीढ़ी पर विकराल लपटों ने कृष्णा का रास्ता रोक लिया होगा। जिसके चलते वह बाहर नहीं निकल सका। छत पर भागने का रास्ता भी नहीं मिल सका। वह जान बचाने के लिए सीढिय़ों के नीचे जाकर छिपा होगा। ड्रमों में विस्फोट से रसायन पूरे गोदाम में फैल गया। जिसमें वह ङ्क्षजदा जल गया। कृष्णा के पिता की मृत्यु हो चुकी है। वह चार भाई बहनों में छोटा था। चाचा के साथ रहकर काम में उनका हाथ बंटाता था।

जमीन से चिपक गया था शव
आग में ङ्क्षजदा जले कृष्णा का शव जमीन से बुरी तरह चिपक गया था। शव को वहां से हटाने के लिए फोरेंसिक टीम को बुलाना पड़ा। करीब आधा घंटे प्रयास के बाद शव को निकाला जा सका।



मामले में फिलहाल कोई तहरीर नहीं आई है। तहरीर के आधार पर अभियोग दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी। अग्निशमन विभाग द्वारा गोदाम मालिक को नोटिस दिया गया है।
अर्चना ङ्क्षसह, सहायक पुलिस आयुक्त