आगरा। हाईवे स्थित सिनर्जी प्लस हॉस्पिटल में शनिवार प्रेस कांफ्रेंस कर जानकारी दी गई कि हॉस्पिटल में 19 फरवरी को दो मरीजों का किडनी ट्रांसप्लांट किया गया था। जो सफलतापूर्वक हो गया। हॉस्पिटल के नेफ्रोलॉजी विभाग हेड ऑफ द डिपार्टमेंट डॉ। तरुण मित्तल ने बताया कि अब डोनर और मरीज पूरी तरह से स्वस्थ हैं। उन्होंने कहा कि मरीज आगरा में अब तक कोई किडनी ट्रांसप्लांट सेंटर नहीं था, लेकिन अब आगरावासियों के लिए सिनर्जी हॉस्पिटल में ये सुविधा उपलब्ध है। उन्होंने बताया कि वे अब तक छह किडनी ट्रांसप्लांट कर चुके हैं और सभी मरीज और डोनर स्वस्थ हैं।


पत्नी ने दी पति को नई जिंदगी
शहीद नगर निवासी नीरज ने बताया कि उनकी किडनी खराब हो गई थी। इस वजह से एक साल से डायलिसिस हो रही थी। उन्होंने बताया कि डायलिसिस के सहारे लंबे समय तक जीवन संभव नहीं था। ऐसे में डॉक्टर ने उन्हें किडनी ट्रांसप्लांट के बारे में बताया। इस पर उनकी पत्नी राशि उन्हें किडनी देने के लिए राजी हो गईं। राशि ने बताया कि डॉक्टर ने उन्हें बता दिया था कि इसमें काफी कम रिस्क हैैं और वे भी एक किडनी के सहारे बिना किसी परेशानी के जीवन जी सकती हैैं और वे राजी हो गईं।

बेटी के लिए मां ने दी किडनी
फतेहाबाद निवासी कमला गुप्ता ने अपनी बेटी को किडनी डोनेट करके अपनी बेटी को नई जिंदगी दी। उन्होंने बताया कि वे अपनी बेटी की जान बचाना चाहती थीं। डॉक्टर ने बताया कि किडनी डोनेट करने में काफी कम रिस्क है। तो वे अपनी बेटी को किडनी देने के लिए राजी हो गईं। गुंजन गुप्ता ने बताया कि वे करीब नौ साल से किडनी का उपचार करा रही थीं और आठ महीने से डायलिसिस करा रही थीं। जब डॉक्टर ने उन्हें किडनी ट्रांसप्लांट के बारे में बताया और मां राजी हो गई तो उन्होंने ट्रांसप्लांट करा लिया। उन्होंने कहा कि उन्हें नई जिंदगी मिली है।

किडनी डोनेट करने में नहीं है रिस्क
नेफ्रोलॉजिस्ट डॉ। तरुण मित्तल ने बताया कि लोग अपना अंग देने में डरते हैैं। लेकिन अब मेडिकल साइंस इतना आगे बढ़ गया है कि किडनी ट्रांसप्लांट काफी आसान प्रक्रिया है। इसमें डोनर को न के बराबर नुकसान होता है और मरीज को नया जीवन मिल जाता है। डॉ। मित्तल ने बताया कि किडनी को डोनेट करने के बाद मरीज को इतना खतरा होता है, जितना किसी सड़क पर चलते इंसान को। सर्जरी विभाग के डॉ। लक्ष्मीकांत शर्मा ने बताया कि ट्रांसप्लांट में डोनर की दूरबीन द्वारा किडनी निकालकर मरीज की ओपन सर्जरी के जरिए किडनी ट्रांसप्लांट की जाती है। डॉ। रनवीर त्यागी ने बताया कि अब आगरा के लोगों के लिए भी कम कॉस्ट पर किडनी ट्रांसप्लांट की सुविधा उपलब्ध है। इस दौरान सीनियर डायलिसिस थेरेपिस्ट उमेश ठाकुर, सुशील, वीरपाल, मनीष व जितेंद्र मौजूद रहे।