आगरा(ब्यूरो) । वहीं शनिवार को एत्माद्दौला थाना क्षेत्र में एक किशोरी के गायब होने का मामला सामने आया है, परिजनों ने किशोरी सोशल मीडिया पर चेट साक्ष्य के रूम में पुलिस को दी है। वर्चुअल दुनिया से धोखा मिलने के बाद निजी जिंदगी पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है।

दिसंबर, 2022
केस1
रुपए खत्म होने पर उतरा इश्क का नशा
दिल्ली से सोशल मीडिया पर एक चैट के जरिए एक दूसरे के संपर्क में आए क्लास 9 के किशोर और क्लास 11 वीं की किशोरी घर से तीन हजार रुपए लेकर निकले थे। जिन्हें आगरा कैंट स्टेशन पर पुलिस ने बरामद कर परिजनों के हवाले कर दिया। किशोर ने पुलिस को बताया कि वह घर से तीन हजार रुपए लेकर निकले थे, जो खत्म हो गए, अब घर जाना चाहते हंै लेकिन उनके पास पैसे नहीं हैं। दोनों ने एक दूसरे से शादी का मन बनाया था, लेकिन असल जिंदगी से जब सामना हुआ तो प्यार का नशा फुर्र हो गया। अब बाहर की दुनिया से अधिक परिवार अधिक सुरक्षित महसूस हो रहा है। दोनों को पुलिस ने शुक्रवार को चाइल्ड लाइन के हवाले कर दिया, जहां से परिजनों को सौंप दिया गया।


मार्च, 2022
केस दो
वर्चुअल दोस्ती पर गलती का अहसास
झांसी की रहने वाली किशोरी की दोस्ती इंस्टाग्राम पर मथुरा के युवक से हुई। दोनों के बीच बातचीत होने लगी। किशोरी उससे मिलने आगरा चली आई। मगर, दोस्त बताई गई जगह पर नहीं आया। किशोरी को लावारिस घूमते देख चाइल्ड लाइन को किसी ने सूचना दी। उसने काउंसलिंग में बताया कि युवक से दोस्ती कैसे हुई थी। उसे अपनी गलती का अहसास भी हुआ कि वर्चुअल दुनिया की दोस्ती पर इस तरह भरोसा नहीं करना चाहिए।


अप्रैल, 2022
केस3
बस स्टैंड पर छोड़ गया वर्चुअल दोस्त
मथुरा की किशोरी की दोस्ती फेसबुक पर युवक से हुई। दोनों के बीच बातचीत होने लगी। किशोरी उससे मिलने के लिए आगरा चली आई। किशोरी से मिलने नहीं आया तो वह बस स्टैंड के पास लावारिस हालत में भटकती मिली। दोस्त ने उससे मिलने से मना कर दिया था, जिस पर चाइल्ड लाइन को जानकारी मिली। उसे अपने साथ लेकर आई, फेसबुक मित्र का एकाउंट चेक किया तो उसने अपनी आईडी डिलीट कर दी थी। जिस पर किशोरी के परिजनों को उसके सुपुर्द कर दिया।

नवंबर, 2022
चाइल्ड राइट्स एक्टिविस्ट नरेश पारस ने बताया कि सोशल मीडिया पर पाबंदी करने पर किशोरी ने घर छोड़ दिया, इसको हरियाणा से बरामद किया गया, जहां वो एक शादीशुदा था, किशोरी को बंद कमरे में रखा गया था, पुलिस के साथ जाने पर किशोरी को मुक्त कराया गया, किशोरी ने भी एक व्यक्ति की मदद से जगदीशपुरा अपने परिजनों से संपर्क किया था। इसके बाद पुलिस हरकत में आई थी।


काउंसलिंग में सामने आए घर छोडऩे के कारण
इंस्टाग्राम, फेसबुक समेत सोशल मीडिया के अन्य जरियों से दोस्ती के मामलों में धोखा भी मिल रहा है। उनसे मिलने के लिए आने पर धोखा मिल रहा है। मामले चाइल्ड लाइन और बाल कल्याण समिति के सामने पहुंच रहे हैं। बच्चों के घर छोडऩे के अन्य कारण भी सामने आ रहे हैं। सिटी और रेलवे चाइल्ड लाइन द्वारा घर छोडऩे वाले बच्चों की काउंसलिंग कर उन्हें पेरेंट्स को सुपुर्द करती है। इसके साथ ही पेरेंट्स को हिदायत भी करती है।

क्या कहते हैं आंकड़े
-111 आगरा में एक जनवरी से 31 दिसंबर 2021 के दौरान बच्चों ने घर छोड़ा।
-73 आगरा में एक जनवरी 2022 से 15 नवंबर 2022 के दौरान बच्चों ने घर छोड़ा।

ये भी हैं कारण
-किशोरवय में आकर्षण
-परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी न होना
-खुद को माता-पिता द्वारा उपेक्षित महसूस करना
-पिता का शराब पीकर बच्चों को पीटना।

साइबर क्राइम के प्रति भी बालक-बालिकाओं को सचेत करने की जरूरत है। इससे संबंधित मामले बाल कल्याण समिति के सामने आ रहे हैं। जिसमें सोशल मीडिया पर दोस्ती करने के बाद धोखा दिया जाता है।
नरेश पारस, चाइल्ड राइट्स एक्टिविस्ट


बच्चों के घर छोडऩे के कई कारण हैं, माता-पिता को चाहिए कि वह बच्चों से लगातार संवाद करते रहें। उनकी पूरी बात को सुनें कि वह क्या कहना चाहता है। सोशल मीडिया पर दोस्ती के चलते भी घर छोडऩे के मामले सामने आए, पेरेंट्स को बच्चों के व्यवहार में अचानक परिवर्तन आने पर काउंसलर की सलाह लेनी चाहिए।
डॉ। पूनम तिवारी, मनोवैज्ञानिक