आगरा। बोर्ड द्वारा सोमवार को इंटरमीडिएट स्टूडेंट्स के एडमिट कार्ड वेबसाइड पर अपलोड कर दिए गए। इसमें न्यू पैटर्न के सब्जेक्ट फीड किए गए थे, जबकि स्टूडेट्स का कोर्स ओल्ड पैटर्न से कंप्लीट कराया गया है। ऐसे में एडमिट कार्ड में सब्जेक्ट देखकर स्टूडेंट्स तनाव में आ गए। स्कूल प्रबंधक ने इस बारे में डीआईओएस मनोज कुमार से बात की, इसके बाद ही स्थिति स्पष्ट हो सकी।
डीआईओएस ने किया स्पष्ट
एडमिट कार्ड जारी होने के बाद असमंजस की स्थिति में आए स्कूल प्रबंधक द्वारा कार्यालय से संपर्क किया गया, इसके बाद ही स्थिति स्पष्ट हो सकी। उन्होंने बताया कि अंक सुधार एग्जाम के लिए आवेदन करने वाले परीक्षार्थी ओल्ड पैटर्न और फ्रेस स्टूडेंट्स न्यू पैटर्न से एग्जाम दे सकेंगे। जबकि अंक सुधार वाले स्टूडेंट्स के पास दोनों विकल्प रहेंगे।
एग्जाम में 180 केन्द्रों पर रहेगी निगरानी
यूपी बोर्ड एग्जाम कार्यक्रम जारी किया गया है, जिसमें इंटरमीडिएट के एग्जाम 24 मार्च से हैं। क्लास 10 वीं, 12 वीं की परीक्षा 20 दिन के अंदर यानी कि 5 अप्रैल, 2022 तक पूरी करा ली जाएंगी। जिले में 180 परीक्षा केन्द्र बनाए गए हैं, सभी केन्द्रों में सीसीटीवी कै मरे से निगरानी की जाएगी। इसमें 6 राजकीय, 84 सहायता प्राप्त और 90 वित्तविहीन विद्यालय हैं।
समस्या निस्तारण को जारी हेल्पलाइन नंबर
यूपी बोर्ड परीक्षा का आयोजन ऑफलाइन मोड में किया जा रहा है। हालांकि, बीते दो सालों से स्कूल बंद होने की वजह से छात्र-छात्राएं परीक्षाओं को लेकर कॉफी तनाव में हैं। ऐसे में इस वर्ष यूपी बोर्ड ने हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं। इनकी मदद से परीक्षार्थी बोर्ड परीक्षा के हर विषय के सब्जेक्ट एक्सपर्ट से जुड़कर संबंधित विषय के डाउट्स क्लियर कर सकते हैं।
एडमिट कार्ड को लेकर परीक्षार्थी असमंजस में थे, क्योंकि एडमिट कार्ड मेें ओल्ड और न्यू पैर्टन के कोर्स दिए गए हैं, ऐसे में स्टूडेंट्स अगर ओल्ड को फॉलो करते हैं तो न्यू में एबसेंट हो जाएंगे।
- बालकिशन कटारा, सरस्वती विद्यामंदिर
स्थिति को स्पष्ट किया गया है, अंक सुधार के परीक्षार्थी ओल्ड पैर्टन पर एग्जाम दे सकेंगे, जबकि न्यू पैर्टन के एग्जाम फ्रैस स्टूडेंट्स दे सकेंगे। अंक सुधार एग्जाम देने वाले स्टूडेंट्स के पास दोनों विकल्प रहेंगे।
-मनोज कुमार, डीआईओएस
यूपी बोर्ड एग्जाम की डेट
24 मार्च
-जिले में बनाए परीक्षा केन्द्र
180
-एग्जाम के लिए बनाए केन्द्र
06
-राजकीय सहायता प्राप्त
84
-वित्तविहीन विद्यालय
90