स्टूडेंट्स को किया प्रेरित
कुलपति प्रो। आशु रानी ने भविष्य की आवश्यकताओं को समझते हुए विज्ञान के क्षेत्र में एक साथ दो विषय में पारंगत होने के लिए विद्यार्थियों को प्रेरित किया। कहा कि आज नेनो टेक्नोलाजी से भी ऊपर आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस का युग है। इसमें सिर्फ एक विषय से अब कुछ नहीं होने वाला। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 विभिन्न विषय को पढऩे और उसमें पारंगत होने का अवसर प्रदान करती है। ऐसे में विज्ञान ही नहीं, किसी भी विधा के साथ यदि आपने कंप्यूटर लैंग्वेज या माड्यूङ्क्षलग जैसे नवाचारी विषयों में भी पारंगतता प्राप्त कर ली, तो सफलता और उपयोगिता का प्रतिशत दो गुणा तक बढ़ जाएगा। इन नई तकनीकों के माध्यम से समस्याओं की गणना कर उनके निष्कर्ष तक पहुंचना आसान हो जाता है, ऐसे में उसका समाधान भी आसानी से खोजा जा सकता है। अहमदाबाद के गुजरात विश्वविद्यालय के प्रो। आरएम पटेल ने गणितीय माड्यूङ्क्षलग और रील वल्र्ड विषय पर विचार रखे। उनका कहना था कि रील और रीयल वल्र्ड भिन्न है, लेकिन गणितीय गणनाओं को आसान कर उसे और बेहतर बनाने में कंप्यूङ्क्षटग लैंग्वेज और माड्यूङ्क्षलग बहुत अहम भूमिका निभा सकती है। पूर्व कुलपति प्रो। सुंदरलाल, प्रो। संजय चौधरी, कार्यशाला समन्वयक प्रो। संजीव कुमार आदि मौजूद रहे।