बुजुर्गों से हाल-चाल पूछने घर जाएगी पुलिस
पुलिस कमिश्नर जे। रविन्दर गौड़ ने बताया कि शासन के निर्देश पर बुजुर्गों की हेल्प के लिए अब हर थाने में महिला हेल्पडेस्क, साइबर हेल्पडेस्क की तरह बुजुर्गों की मदद को अलग से हेल्पडेस्क खोली जाएगी। इसमें एक रजिस्टर मेंटेन किया जाएगा, ऐसे बुजुर्ग जिनके बच्चे बाहर रह रहे हैं, पुलिस उनका हाल-चाल पूछने उनके दरवाजे तक जाएगी। अगर उन्हें किसी भी तरह की परेशानी होती है तो तत्काल एक्शन लिया जाएगा। अगर परिवार का कोई सदस्य उनको परेशान करता है तो उसको भी गंभीरता से लिया जाएगा।
इमरजेंसी में तैयार रहेगी पुलिस
कमिश्नरेट मेें बुजुर्गों की मदद को पुलिस हमेशा तैयार है, अगर इमरजेंसी में दवा की जरुरत पड़ती है तो पुलिस घर-घर जाकर उनके हाल पूछने के साथ दवा से लेकर जरुरत की वस्तुएं भी उनको मुहैया कराई जाएगी। ऐसे बुजुर्ग जिनके बच्चे बाहर रहकर जॉब कर रहे हैं, मजबूरी में उनके पेरेंट्स अकेले हैं, तो पुलिस उनकी हर संभव मदद करेगी। अगर आसपास कोई परेशान करता है तो तत्काल सुनवाई की जाएगी। इस संबंध में सभी एसीपी के साथ थाना प्रभारियों को स्पष्ट आदेश दिए गए हैं।
वृद्धाश्रम बुजुर्ग को छोड़ा तो पूछेगी पुलिस
पुलिस कमिश्नर जे। रविन्दर गौड़ ने बताया कि अक्सर देखा गया है बुजुर्गों के बच्चे उनको वृद्धाश्रम छोड़ देते हैं। अगर कोई व्यक्ति अपने माता-पिता के साथ कोई ऐसा करता है तो उनसे जवाब मांगा जाएगा कि वो अपने पेरेंट्स को वृद्धाश्रम क्यों छोड़ रहे हैं। अगर जबरन बुजुर्गों को वृद्धाश्रम भेजा तो शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
आगरा कमिश्नरेट में थानों की संख्या
44
-शहर मेें पुलिस थानों की संख्या
17
-कमिश्नरेट में प्रस्तावित हेल्पडेस्क
44
-आगरा कमिश्नरेट में सर्किल
14
शहरी जोन सर्किल थाने
कोतवाली, एमएम गेट, नाई की मंडी छत्ता, मंटोला, एत्माद्दौला, हरीपर्वत, सिकंदरा, न्यू आगरा, कमला नगरा सदर, ताजगंज, रकाबगंज,लोहामंडी, शाहगंज, जगदीशपुरा ताज सुरक्षा, पर्यटन, महिला थाना।
पूर्वी जोन सर्किल थाने
फतेहाबाद, डौकी, शमसाबाद, बाह, जैतपुर, चित्राहाट
पिनाहट, बसई अरेला, मंसुखपुरा, पिढ़ौरा, बासौनी, खेड़ा राठौर और निबोहरा.
पश्चिमी जोन सर्किल थाने
अछनेरा, मलपुरा, फतेहपुर सीकरी, एत्मादपुर, खंदौली, बरहन
खेरागढ़ खेरागढ़, बसई जगनेर, जगनेर, सैंया, कागारौल, इरादतनगर
बुजुर्गों की मदद को लेकर हर थाने में शासन से निर्देश आने के बाद हेल्पडेस्क खोली जाएगी। इसके साथ ही थाने पर आने वाली शिकायतों को रजिस्टर में दर्ज किया जाएगा। उसकी प्रॉपर मॉनीट्रिंग भी की जाएगी। ऐसे परिवार जो बाहर हैं, उनके बुजुर्गों के हालचाल पूछने पुलिस की टीम घर-घर जाएगी।
जे.रविन्दर गौड़, पुलिस कमिश्नर