आगरा(ब्यूरो)।आगरा जिले की 10, फिरोजाबाद, मैनपुरी और मथुरा की छह-छह गौशाला शामिल हैं। कहीं पर हरा चारा नहीं है, तो कहीं शेड। कमिश्नर रितु माहेश्वरी ने संबंधित गौशाला के केयर टेकर और पर्यवेक्षणीय अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई की संस्तुति की है।

एक हफ्ते में सुधार लाने के निर्देश
कमिश्नर रितु माहेश्वरी ने एक सितंबर को मंडलीय समीक्षा बैठक की थी। इसमें निराश्रित गोवंश की धरपकड़ का अभियान चलाने और गौशालाओं में हरा चारा, भूसा, पानी, गाय और सांड को अलग-अलग रखने सहित अन्य व्यवस्थाओं पर जोर दिया था। गौशालाओं में सही तरीके से इंतजाम न होने को लेकर कमिश्नर को कई शिकायतें मिलीं। सोमवार को कमिश्नर के आदेश पर 33 मंडलीय अधिकारियों ने 155 गौशालाओं का निरीक्षण किया। अधिकारियों ने केयर टेकर के फोन जब्त कर लिए। सभी को एक तरफ खड़ा कर दिया गया। अधिकारियों ने गौवंश की संख्या से लेकर हरा चारा की जानकारी ली। कई केयर टेकर गौवंश की सही संख्या तक नहीं बता सके। यहां तक कि रजिस्टर में ठीक तरीके से एंट्री नहीं की जा रही थी। कमिश्नर ने बताया कि 28 गौशालाओं के केयर टेकर के विरुद्ध दंडात्मक कार्रवाई और पर्यवेक्षणीय अधिकारियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की संस्तुति मंडल के सभी डीएम व सीडीओ को की गई है। 12 सितंबर तक कमियों को दूर करने की मोहलत दी गई है। इसके बाद फिर से गौशालाओं का निरीक्षण किया जाएगा।

यह मिली कमियां
- जलभराव की समस्या, जल निकासी का इंतजाम नहीं होना, कीचड़ होना, हरा चारा पर्याप्त न होना, भूसा पर्याप्त मात्रा में न होना, भूसा की गुणवत्ता खराब होना, गोवंश की सौ फीसद टैङ्क्षगग न करना, पेयजल व्यवस्था ठीक न होना, ठीक तरीके से सफाई न करना, शेड का पर्याप्त न होना, नाद ठीक से न बने होना, गाय और सांड़ को अलग न रखना, विद्युत कनेक्शन नहीं होना, भूमि में हरा चारा न उगाना।

28 गौशालाओं के केयर टेकर के विरुद्ध दंडात्मक कार्रवाई और पर्यवेक्षणीय अधिकारियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की संस्तुति मंडल के सभी डीएम व सीडीओ को की गई है। 12 सितंबर तक कमियों को दूर करने की मोहलत दी गई है। इसके बाद फिर से गौशालाओं का निरीक्षण किया जाएगा।
रितु माहेश्वरी, कमिश्नर