आगरा। वार्ड में अचानक से धुआं आने लगा और पूरे फ्लोर पर अफरा-तफरी मचने लगी। सभी लोग बोलने लगे की आग लगी है। बढ़ते धुआं के कारण दम घुटने लगा। मेरे पैर का ऑपरेशन हुआ है और मैैं चलने में असमर्थ था। दिल घबरा रहा था कि अब नहीं बच पाउंगा। तभी मेरा बेटा आया और वार्ड मौजूद कुछ लोगों ने मुझे उठाया और बाहर निकालकर ले गए। ये शब्द हैैं सरोजिनी नायडू मेडिकल कॉलेज की सर्जरी बिल्डिंग में एडमिट अटूस निवासी साहब सिंह के। दरअसल मंगलवार को दोपहर एक बजे एसएन मेडिकल कॉलेज की नई सर्जरी बिल्डिंग में आग लग गई और पूरी बिल्डिंग धुआं फैल गया। इसमें कोई जनहानि नहीं हुई। सभी मरीजों को शिफ्ट कर दिया गया।

बेसमेंट में लगी थी आग
एसएन मेडिकल कॉलेज की नई सर्जरी बिल्डिंग के बेसमेंट में दोपहर करीब एक बजे आग लग गई। इसका धुआं एसी के डक्ट के जरिए बिल्डिंग के सभी फ्लोर पर फैल गया। ऊपर तक धुआं पहुंचने अफरा तफरी मच गई। मौके पर पहुंचे अग्निशमन विभाग की तीन फायर ब्रिगेड पहुंच गईं और आग पर काबू पाया।

बेसमेंट में डला था कूड़ा
एसएन मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ। प्रशांत गुप्ता ने बताया कि सर्जरी बिल्डिंग के बेसमेंट में पड़े कुछ कचरे में आग लग गई। आग लगने के कारण धुआं डक्ट के माध्यम से ऊपर के फ्लोर पर चला गया। सतर्कता बरतते हुए आग को समय रहते बुझा दिया गया। सभी मरीजों को सुरक्षा के साथ बाहर निकाला गया। इसमें हॉस्पिटल के सभी डॉक्टरों और स्टाफ ने अहम भूमिका निभाई। सभी मरीजों को बाल रोग विभाग और एमसीएच की बिल्डिंग में शिफ्ट कर दिया गया है।

बेसमेंट में कचरा डालने वालों पर होगी कार्रवाई
प्रिंसिपल डॉ। प्रशांत गुप्ता ने बताया कि बेसमेंट में कूड़ा मिलना गलत है। इसके लिए जो भी जिम्मेदार होगा। उस पर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि आशंका है कि किसी ने जली हुई तीली या सिगरेट डक्ट में होकर नीचे फेंक दी हो। इसी से आग लगने की संभावना जताई जा रही है क्योंकि बेसमेंट में नीचे जिस स्थान पर कूड़े में आग लगी है उसका दरवाजा बाहर से बंद रहता है।

मच गई अफरा-तफरी
नई सर्जरी बिल्डिंग में आग लगने से पूरे हॉस्पिटल में अफरा-तफरी मच गई। बिल्डिंग में करीब 250 मरीज एडमिट थे। इनके साथ तीमारदार भी इस बिल्डिंग में मौजूद थे। आग लगने के बाद सभी तीमारदार अपने मरीजों को बिल्डिंग से बाहर निकालने लगे। अनुराधा गौतम ने बताया कि उनका बेटा आईसीयू में छटवें फ्लोर पर एडमिट था। अचानक आग लग गई। हम घबरा गए हमने डॉक्टर से बोला कि अब क्या करें। तब डॉक्टरों ने हमारी मदद की और मरीज को वे हमारे साथ बाहर लाए। अब उसे दूसरे बिल्डिंग में शिफ्ट कर दिया गया है।


गूंजती रही एंबुलेंस की आवाज
एसएन की सर्जरी बिल्डिंग में आग लगने के बाद शाम पांच बजे तक एंबुलेंस की आवाज गूंजती रहीं। क्योंकि लगभग 250 मरीजों को नई बिल्डिंग से एमसीएच बिल्ंिडग और बाल रोग विभाग की बिल्डिंग में शिफ्ट किया गया। इस दौरान मरीजों को काफी परेशान होना पड़ा। हाथरस निवासी जय सिंह ने बताया कि मेरा बेटा चौथी मंजिल पर एडमिट था। आग लगने पर डॉक्टरों ने बोला कि आप मरीज को नीचे ले जाओ। सामान यहीं छोड़ दो। मैैं अपने बेटे को नीचे ले गया। अब बेटे को दूसरी बिल्डिंग में शिफ्ट कर दिया गया है।


डॉक्टर कर रहे थे ऑपरेशन
दोपहर को नई सर्जरी बिल्डिंग में ओटी भी संचालित हो रही थी। यहां पर ऑर्थोपेडिक और ईएनटी विभाग की ओटी भी चल रही थी। ऑर्थोपेडिक विभाग के डॉ। ब्रिजेश ने बताया कि उन्होंने अपने मरीज का ऑपरेशन करके वार्ड में भेजा ही था, तब तक आग की सूचना मिल गई। तब हमने तुरंत मोर्चा संभाला। मैैंने सभी मरीजों से कहा कि वे अपने-अपने मास्क पानी से गीले कर लें, जिससे कि आग का धुआं मुंह में डायरेक्ट न जाए।


नई सर्जरी बिल्डिंग के बेसमेंट में पड़े वेस्ट में अचानक आग लगने से पूरी बिल्डिंग में डक्ट के जरिए धुआं फैल गया। सभी मरीजों को तीमारदार, स्टाफ और डॉक्टर्स ने मिलकर बाहर निकाला और उन्हें एमसीएच और बाल रोग विभाग की बिल्डिंग में शिफ्ट कर दिया गया है। किसी प्रकार का कोई नुकसान नहीं हुआ है।
-डॉ। प्रशांत गुप्ता, प्रिंसिपल, एसएनएमसी

मेरा बेटा चौथी मंजिल पर एडमिट था। अचानक से वार्ड में धुआं उठने लगा। तब डॉक्टरों ने कहा कि मरीज को लेकर नीचे चले जाओ।
-जय सिंह, तीमारदार
अचानक से आग लगने की सूचना मिली और वार्ड में धुआं फैल गया। मुझे घबराहट होने लगी। इसके बाद मेरे परिजन मुझे नीचे लेकर आए।
-साहब सिंह, मरीज