आगरा(ब्यूरो)। नगर निगम द्वारा हाउस टैक्स वसूली के टारगेट की वित्तीय वर्ष के अंत में समीक्षा की जाती है। वर्ष 2023-24 के लिए हाउस टैक्स वसूली का टारगेट 100 करोड़ रुपए निर्धारित किया गया है। नगरायुक्त अंकित खंडेलवाल ने टैक्स वसूली में लापरवाही पर गंभीर रुख अपनाया है। उन्होंने हरीपर्वत जोन के राजस्व निरीक्षक शिप्रा गुप्ता, ताजगंज जोन के कर अधीक्षक हेमंत ङ्क्षसह, छत्ता जोन के कर अधीक्षक डीवी ङ्क्षसह, लोहामंडी जोन के कर अधीक्षक रामबाबू की एक वेतन वृद्धि अस्थाई रूप से रोक दी है।
प्रतिकूल प्रविष्टि दी गई है
इसके साथ ही छत्ता जोन के कर संग्रहकर्ता अश्वनी श्रीवास्तव, लोहामंडी जोन के कर संग्रहकर्ता राजकुमार और ताजगंज जोन के कर संग्रहकर्ता वीरेंद्र ङ्क्षसह चंदेल के विरुद्ध भी एक वेतन वृद्धि की अस्थाई रूप से रोकने के निर्देश दिए हैं। लोहामंडी जोन सहायक नगरायुक्त एवं जोनल अधिकारी अश्वनी कुमार ङ्क्षसह को प्रतिकूल प्रविष्टि दी गई है। नगरायुक्त ने बताया कि सभी को जून तक के आवंटित लक्ष्य के अनुरूप कम वसूली पर कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था। नोटिस में दिए गए ङ्क्षबदुओं पर स्पष्ट और तथ्यपरक कारण स्पष्ट करने में असफल रहे। इस दौरान 10 प्रतिशत छूट का लाभ भी प्रभावी है। ऐसे में लक्ष्य के अनुरूप वसूली नहीं करना आपत्तिजनक है। इसलिए कार्रवाई की जाएगी।
हाउस टैक्स का कलेक्शन टारगेट के अनुरूप नहीं करने के चलते कर्मचारियों पर एक्शन लिया गया है। वहीं बाग राजपुर के एरियाज में जल संकट की शिकायत का समाधान नहीं होने पर जीएम जलकल को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
अंकित खंडेलवाल, नगरायुक्त
ताजगंज क्षेत्र में जलसंकट पर सख्त
ताजगंज क्षेत्र के बाग राजपुर, शहीद नगर, इंद्रापुरी आदि क्षेत्रों में जलसंकट की समस्या का कई दिनों बाद भी समाधान नहीं होने पर नगरायुक्त ने सख्ती दिखाई। क्षेत्रीय लोग पिछले दिनों में कई बार इसको लेकर शिकायत भी कर चुके हैं। शिकायत के बाद भी समस्या का समाधान नहीं होने पर जीएम जलकल को कारण बताओ नोटिस जारी किया।
कोठी मीना बाजार के तालाब का लौटेगा स्वरूप
कोठी मीना बाजार की सूरत जल्द बदली हुई दिखेगी। इसको लेकर नगरायुक्त के निर्देश नगर निगम तैयारी में जुटा है। कोठी मीना बाजार मैदान में बने तालाब का स्वरूप लौटाया जाएगा। इसके किनारे पौधे भी लगाए जाएंगे। बता दें, मैदान में स्टेज के पीछे की ओर तालाब बना था। लेकिन पूर्व में बिल्डिंग वेस्ट मैटेरियल डाल इस तालाब का स्वरूप छीन लिया गया। अब नगरायुक्त के निर्देश पर इस तालाब को पुनर्जीवित करने के प्रयास शुरू हुए हैं।