राहगीरों को बना रहा था ठगी का शिकार
पुलिस की गिरफ्त में आया शातिर आरोपी मूल रूप से मुरादाबाद का रहने वाला है, रविवार को हरीपर्वत थाना पुलिस द्वारा क्षेत्र में गश्त की जा रही थी। इसी दौरान एक सूचना मिलने पर पुलिस अलर्ट हो गई, उन्होंने बताए गए स्थान पालीवाल पार्क के चेकिंग शुरू कर दी। शातिर युवक लॉटरी के नाम पर ठगी को अंजाम दे रहा था। पुलिस ने घेराबंदी कर उसे अरेस्ट कर लिया।
10 लाख रुपए के मिले नकली नोट
आरोपी के पास से 2 हजार रुपए के नकली नोटों की 3 गड्डी, 200 रुपए के नकली नोटों की 8 गड्डी, 500 रुपए के नकली नोटों की 6 गड्डी, 100 रुपए के नकली नोटों की एक गड्डी बरामद हुई है। साथ में लॉटरी पर्चा चार्ट भी बरामद हुआ है। थाना हरीपर्वत पुलिस ने पूछताछ के बाद आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कर उसे जेल भेज दिया है।
नकली नोट नजर आते थे बिल्कुल असली
पूछताछ में आरोपी ने अपना नाम मोहम्मद शोएब, निवासी जनपद मुरादाबाद के थाना मझोला स्थित टीचर्स कॉलोनी का रहने वाला बताया। आरोपी का कहना था कि वह कॉलोनियों में घूमकर इन नकली नोटों के द्वारा लोगों को झांसे में लेता है। लॉटरी के नाम पर उनसे ठगी करता है। यह नकली नोट बिल्कुल असली जैसे दिखते हैं, इसलिए लोग इनकी पहचान नहीं कर पाते हैं। आरोपी इन नोटों की गड्डी बनाकर वह डिब्बे में रखता था। प्रभारी निरीक्षक अरविन्द कुमार ने बताया कि नकली-असली नोटों का खेल लोगों को पता नहीं चलता है।
लालच में आकर हो जाते हैं शिकार
शातिर युवक लॉटरी का खेल खत्म करते ही लोगों को चकमा देकर निकल जाता था। इससे पहले कि वे कुछ समझ पाते हैं, आरोपी भाग चुका होता है, वो राहगीरों को रुपए दो गुना करने का लालच देता था, अधिकतर लोग इसको खेलने से इंकार कर दिया करते थे, जबकि कुछ लोग लालच में आकर ठगी का शिकार हो जाते थे। भीड़ में कुछ लोग उसके भी होते थे, जिनके रुपए दो गुना हो जाते थे, ऐसे मेें पास खड़े दूसरे लोगों के मन में भी लालच आ जाता था, और वे अपनी रकम लॉटरी के नाम पर गवां देते।
अब नकली नोट बनाने वाले की तलाश
पुलिस आरोपी से पूछताछ के बाद गैंग के दूसरे लोगों की तलाश कर रही है, पुलिस का मानना है कि इसके पीछे और भी लोग हैं, जो इस तरह के नकली नोट तैयार करते हैं, देखने में बिल्कुल असली लगें।
हरीपर्वत पुलिस टीम ने नकली नोटों को दिखाकर ठगी करने वाले आरोपी को अरेस्ट किया है, जो कॉलोनियों में घूमकर लोगों से ठगी करता था। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है।
विकास कुमार, डीसीपी नगर जोन