आगरा. इससे पर्यटकों में चीख-पुकार मच गई। स्टीव को क्रू के अन्य सदस्य और गाइड मुफीज स्मारक के अंदर ले गए। वहां आर्केलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (एएसआई) के कर्मचारियों द्वारा पर्यटक का प्राथमिक उपचार किया गया। पर्यटक ने एंटी-रैबीज की वैक्सीन लगवाने को कहा। स्मारक में वैक्सीन उपलब्ध नहीं थी। इसके बाद क्रू ने अपनी कंपनी के माध्यम से दिल्ली में संपर्क किया। दिल्ली में वैक्सीन लगने का आश्वासन मिलने के बाद क्रू ताजमहल देखकर लौट गया।
ताजमहल पर बंदरों का आतंक बरकरार है। एएसआई व प्रशासन द्वारा किए गए इंतजाम नाकाफी साबित हो रहे हैैं। बुधवार को ताजमहल के पश्चिमी गेट स्थित ताज रेस्टोरेंट के पास न्यूजीलैंड के पर्यटक को बंदर ने काट लिया। पर्यटक का प्राथमिक उपचार ताजमहल में किया गया। ऑस्ट्रेलिया की फ्लाइट कंपनी कंटास के आठ क्रू मेंबर बुधवार सुबह सूर्योदय के समय ताजमहल देखने आए थे। ताजमहल में प्रवेश से पूर्व सभी ताजमहल के पश्चिमी गेट स्थित ताज रेस्टोरेंट के पास खड़े थे। इसी दौरान अचानक पीछे से आए बंदर ने न्यूजीलैंड निवासी स्टीव के कूल्हे में काट लिया।
फस्र्ट राउंड में 500 बंदरों की होगी नसबंदी
शहर में जल्द ही बंदरों के उत्पात पर लगाम लग सकेगी। पहले चरण में 500 बंदरों को पकड़कर उनकी नसबंदी की जाएगी। इसके बाद अगले चरण के लिए शासन से अनुमति लेनी होगी। बता दें कि नगर निगम ने वन विभाग के साथ मिलकर शहर में 10 हजार बंदरों को पकड़कर नसबंदी का प्रोजेक्ट तैयार किया था। इसके लिए शासन से अनुमति मांगी थी। शासन ने पहले चरण में 500 बंदरों की नसबंदी की अनुमति दी है।
वाइल्ड लाइफ एसओएस पकड़ेगा बंदर
नगर निगम वाइल्ड लाइफ एसओस से करार करेगा। वाइल्ड लाइफ एसओएस बंदरों का पकड़ेगा। इसके बाद सेंटर में ले जाकर इनका लेप्रोस्कोपी विधि से नसबंदी का ऑपरेशन किया जाएगा। इसके बाद जिन बंदरों का नसबंदी का ऑपरेशन हो जाएगा। उनको टैग किया जाएगा। इस बारे में नगर निगम के पशु चिकित्साधिकारी अजय कुमार ने बताया कि पहले जहां ज्यादा बंदरों का जमघट रहता है। इसमें एसएन और कलक्ट्रेट से बंदर पकड़े जाएंगे।