आगरा(ब्यूरो)। एडीएम (वित्त व राजस्व) शुभांगी शुक्ला के निर्देशानुसार जिला आपदा विशेषज्ञ शिवम कुमार मिश्रा द्वारा शुक्रवार को भगदड़ के परिदृश्य पर जिला प्रशासन पुलिस बल व सीआईएसएफ के साथ संयुक्त मॉकड्रिल ताज महल के पूर्वी गेट पर आयोजित की गई। ग्यारह बजे शुरू हुई यह मॉकड्रिल करीब 40 मिनट तक चली। मॉक ड्रिल में जहां दो पर्यटक अपने बम जैसे उपकरण के साथ पूर्वी गेट के होल्ड एरिया के तलाशी बूथ पर पहुंचे और बम की अफवाह फैला दी।
भगदड़ की स्थिति को नियंत्रित
बम की सूचना मिलते ही पूर्वी गेट पर एकत्र अन्य पर्यटक ताज महल से बाहर निकलने के लिए भागने लगे। ऐसे में ताज महल के पूर्वी गेट पर भगदड़ मच गई। सूचना मिलते ही क्यूआरटी सीआईएसएफ के जवान मौके पर पहुंचे और भगदड़ की स्थिति को नियंत्रित करने और राज्य पुलिस, एएसआई और अन्य एजेंसियों की मदद से पर्यटकों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए संयुक्त अभियान शुरू किया गया।
घायलों को भेजा जिला अस्पताल
घायल टूरिस्ट को एंबुलेंस ने जिला अस्पताल भेजा गया और बम की अफवाह फैलाने वाले संदिग्ध टूरिस्ट को आगे की कार्रवाई के लिए राज्य पुलिस को सौंप दिया गया। मॉक ड्रिल में सीआईएसएफ क्यूआरटी, बीडीडीएस और अन्य सीआईएसएफ कर्मी, राज्य पुलिस, राज्य बीडीडीएस, राज्य अग्निशमन सेवा, राज्य स्वास्थ्य सेवा, जिला प्रशासन के प्रतिनिधि और एएसआई कर्मचारियों ने भाग लिया।
मॉकड्रिल प्रतिभागियों की डीब्रीफिंग के साथ खत्म
ताजमहल पर सुरक्षा के लिहाज से मॉकड्रिल की जा रही थी तभी वहां मौजूद टूरिस्ट को लगा कि वास्तव में कोई घटना हुई है लेकिन कुछ ही देर बाद उनको बता दिया गया कि यहां सुरक्षा के लिहाज से मॉकड्रिल की गई है। इस बीच मौजूद आलाधिकारी ने भी जवानों का मॉकड्रिल के लिए गाइड किया। उन्होंने बताया कि ये मॉॅकड्रिल हर मंथ सुरक्षा के लिहाज से की जाती है। इससे पुलिस और सीआईएसएफ के जवान अलर्ट मोड पर रह सकें।