आगरा(ब्यूरो)। यूपीएमआरसी के प्रबंध निदेशक सुशील कुमार ने बताया कि पहली टनल बनकर तैयार हो गई है। मार्च, 2024 तक मेट्रो की शुरुआत हो जाएगी। शहर में मेट्रो ट्रैक 30 किमी लंबा होगा। सिकंदरा तिराहा से ताज पूर्वी गेट तक 14 किमी और कैंट रेलवे स्टेशन से काङ्क्षलदी विहार तक 16 किमी लंबा ट्रैक होगा। उन्होंने बताया कि प्रायोरिटी कॉरिडोर छह किमी लंबा होगा। इसमें तीन एलीवेटेड और इतने ही अंडरग्राउंड स्टेशन होंगे।

तेजी से बन रहे स्टेशन
फतेहाबाद रोड पर मेट्रो के तीन एलीवेटेड स्टेशनों का निर्माण हो रहा है। ताज पूर्वी गेट, बसई और फतेहाबाद रोड स्टेशन बन रहे हैं। इनके निर्माण पर 272 करोड़ रुपए खर्च हो रहे हैं।

मई में होगा मेट्रो का ट्रायल
मेट्रो का ट्रायल मई में 15वीं पीएसी ग्राउंड स्थित डिपो में किया जाएगा। डिपो में 12 लाइनों का निर्माण किया गया है। एक साथ दो मेट्रो का ट्रायल होगा।

दीवार तोड़ते बाहर निकली मशीन
एमडी सुशील कुमार ने बताया कि टनल बनाने के लिए मशीन धीरे-धीरे आगे बढ़ती है। मिट्टी जितनी खोदाई करती है, उस हिस्से पर तुरंत रिंग लगा दी जाती है। जिससे की मिट्टी नीचे नहीं गिरे। इसी तरह से काम करते हुए मशीन आगे बढ़ती है। मंगलवार को जामा मस्जिद की ओर से टनल की खुदाई करते हुए मशीन को आगरा फोर्ट मेट्रो स्टेशन पर बाहर निकलना था। सुबह 11 बजे एमडी सुशील कुमार ने फीता काटा। इस दौरान प्रोजेक्ट डायरेक्टर अरविंद कुमार राय भी मौजूद रहे। इसके बाद मशीन ने काम शुरू किया। करीब आधे घंटे के बाद दीवार में गड्ढा हुआ। उसमें से पानी निकलने लगा। कुछ देर बाद अचानक तेज आवाज के साथ दीवार टूट गई। मिट्टी गिरने लगी। मशीन मिट्टी को काटते हुए बाहर आ गई। वहां मौजूद कर्मचारियों ने ताली बजाई।

अब किले से ताजमहल तक बनेगी टनल
जामा मस्जिद से आगरा किले तक टनल बनने के बाद अब टीबीएम यमुना आगरा फोर्ट से ताजमहल मेट्रो स्टेशन की दिशा में टनल का निर्माण करेगी। टीबीएम 'यमुनाÓ के साथ ही टीबीएम 'गंगा' तेज गति के साथ टनल का निर्माण कर रही है।

जेनरेटर का नहीं हो रहा इस्तेमाल
आगरा में हो रहा टनल निर्माण कई मामले में ख़ास है क्योंकि कि पर्यावरण का ध्यान रखते हुए इसे जेनरेटर कि जगह बिजली से चलाया जा रहा है। बता दें, टनल बोरिंग मशीन द्वारा अंडरग्राउंड मेट्रो लाइन के निर्माण को मुख्य तौर पर तीन फेज में विभाजित किया जाता है। इस प्रक्रिया में पहले फेज में इनीशीयल (प्राथमिक) ड्राइव होता है, जिसमें टीबीएम लॉन्चिंग शाफ्ट से टनल की खोदाई का काम शुरू करती है। इस चरण में शुरुआती अस्थाई रिंग सेग्मेंट्स को मैनुअल तरीके से लगाया जाता है, जिससे मशीन में लगे थ्रस्ट जैक, इन्ही अस्थाई रिंग सेग्मेन्ट्स की मदद से टीबीएम को आगे बढ़ाते हैं। इसके बाद टीबीएम मेन ड्राइव में पहुंचती है, जिसमें टीबीएम खोदाई के साथ ही स्थाई रिंग सेगमेन्ट्स लगाते हुए टनल का निर्माण करती है।

ताजनगरी में मेट्रो की स्थिति

लंबाई
29.4 किमी

कॉरिडोर
दो

स्टेशंस
27

पहला कॉरिडोर
ताज ईस्ट गेट से सिकंदरा

लंबाई
14 किमी
स्टेशंस
13

एलीवेटेड
6
अंडरग्राउंड
7

दूसरा कॉरिडोर
आगरा कैंट से कालिंदी विहार
लंबाई
16 किमी

एलीवेटेड
14