आगरा(ब्यूरो)। पहले राउंड में मेट्रो 10 किमी प्रति घंटा और दूसरे राउंड में 20 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ी। प्राथमिकता वाले छह किमी लंबे कॉरिडोर में छह मेट्रो का संचालन होगा। 25 करोड़ रुपए की एक मेट्रो में तीन कोच होंगे।

टेस्टिंग ट्रैक पर ट्रायल
गुजरात से आगरा को तीन मेट्रो मिल चुकी हैं। एक से दो माह में तीन और मेट्रो मिलने जा रही हैं। इन सभी का ट्रायल पीएसी ग्राउंड स्थित टेङ्क्षस्टग ट्रैक में किया जाएगा। बुधवार को एक मेट्रो को ट्रेङ्क्षस्टग ट्रैक पर लाया गया। चालक ने बटन दबाकर गेट को बंद किया और फिर मेट्रो 10 किमी की रफ्तार से दौड़ी। मेट्रो में किसी भी तरीके की कोई कमी नहीं आई। टीम ने 10 मिनट के बाद दूसरे राउंड का ट्रायल किया। इसमें मेट्रो को 20 किमी की रफ्तार से दौड़ाया। यूपीएमआरसी के एक अधिकारी ने बताया कि जल्द ही दूसरी और तीसरी मेट्रो का ट्रायल किया जाएगा। इधर, तीन किमी एलीवेटेड ट्रैक का निर्माण पूरा हो चुका है। जल्द ही इस ट्रैक पर भी मेट्रो का ट्रायल किया जाएगा। मेट्रो की अधिकतम गति 90 किमी की होगी, जबकि इसे 80 किमी की रफ्तार से ही चलाया जाएगा।

ये है खासियत
- मेट्रो में रीजेनरेटिव ब्रेङ्क्षकग फीचर का इस्तेमाल किया गया है। ब्रेक लगने पर 35 प्रतिशत तक बिजली पैदा हो सकेगी।

- मेट्रो में कार्बन डाई अक्साइड सेंसर भी लगे हुए हैं। यह कोच में जितने यात्री मौजूद रहेंगे। उसी हिसाब से एयर कंडीशङ्क्षनग करेगा।

- मेट्रो के तीन कोच की क्षमता 974 यात्रियों की होगी।

- पहले और आखिरी कोच में दिव्यांगजनों के लिए व्हीलचेयर के लिए जगह होगी। व्हीलचेयर के स्थान के पास लांग स्टाप रिक्वेस्ट बटन होगा। जिसे दबाकर दिव्यांगजन चालक को देर तक दरवाजा खुला रखने के लिए सूचित कर सकेंगे।

- एक मेट्रो में 24 सीसीटीवी कैमरे लगे होंगे। मोबाइल चार्ज करने के लिए 56 चार्जिंग प्वाइंट होंगे।
- मेट्रो में 36 एलसीडी पैनल्स लगे होंगे।

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- पहली मेट्रो के दो राउंड में ट्रायल किए गए। मेट्रो को 10 और 20 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से चलाया गया।
सुशील कुमार, प्रबंध निदेशक, यूपीएमआरसी