आगरा(ब्यूरो)। यह है खासियत, 974 यात्रियों की होगी क्षमता, मार्च के लास्ट वीक तक पहुंचेगी दूसरी मेट्रो। 25 करोड़ रुपए से तैयार मेट्रो के तीन कोच सोमवार को पीएसी ग्राउंड स्थित डिपो पहुंच गए। इस माह के अंत तक दूसरी मेट्रो के तीन कोच पहुंचेंगे। दोनों मेट्रो को असेंबल करने के बाद मई से दो मेट्रो के ट्रायल होंगे। तीन कोच की एक मेट्रो में 974 यात्रियों की क्षमता होगी। शहर को कुल 28 मेट्रो मिलेंगी। इसमें छह किमी लंबे प्रायोरिटी कोरिडोर में छह मेट्रो का संचालन दिसंबर 2024 से शुरू होगा।

प्रदेश में छठवां मेट्रो शहर
प्रदेश में आगरा छठवां शहर हैं, जहां पर मेट्रो का संचालन होगा। इससे पूर्व लखनऊ, कानपुर, गाजियाबाद, नोएडा, ग्रेटर नोएडा में परिचालन किया जा रहा है। सात दिसंबर 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कांफ्रेंङ्क्षसग से 30 किमी लंबे मेट्रो ट्रैक का शिलान्यास किया था। इसके निर्माण पर 8,369 करोड़ रुपए खर्च होंगे। आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत एलस्टम कंपनी द्वारा सावली बड़ोदरा गुजरात में मेट्रो कोच का निर्माण किया जा रहा है। सोमवार को तीन कोच की पहली मेट्रो डिपो में पहुंची। सुबह 10 बजे मंडलायुक्त अमित गुप्ता, डीएम नवनीत ङ्क्षसह चहल, यूपी मेट्रो रेल कारपोरेशन (यूपीएमआरसी) के प्रबंध निदेशक सुशील कुमार ने एक कोच का पूजन किया, फिर मशीन की मदद से सभी कोच को ट्रैक पर लाया गया। प्रबंध निदेशक सुशील कुमार ने बताया कि इस माह के अंत तक दूसरी मेट्रो डिपो पहुंचेगी। दोनों मेट्रो को असेंबल किया जाएगा। एक साथ ट्रायल मई में होगा। ट्रायल एक माह तक चलेंगे। सबसे पहले ट्रायल डिपो में होगा। डिपो में 12 लाइनें बिछ चुकी हैं।

ऊर्जा की होगी बचत
मेट्रो में कार्बन-डाई-ऑक्साइड बेस्ड एयर कंडीशङ्क्षनग सिस्टम होगा। इस प्रणाली के तहत एयर कंडीशङ्क्षनग सिस्टम तापमान के साथ ही ट्रेन में मौजूद यात्रियों द्वारा उत्सर्जित कार्बन डाई आक्साइड की मात्रा के अनुसार चलेगा। इससे ट्रेन में निर्धारित तापमान को बनाए रखने में मदद मिलेगी। इस प्रणाली में साफ हवा यात्रियों को मिल सकेगी। सेंसर युक्त होगा।

छह किमी लंबा है प्रायोरिटी कोरिडोर : छह किमी लंबे प्रायोरिटी कोरिडोर में तीन एलिवेटेड और तीन अंडरग्राउंड स्टेशन हैं। एलिवेटेड स्टेशन में ताज पूर्वी गेट, बसई, फतेहाबाद रोड, अंडरग्राउंड स्टेशन में ताजमहल, आगरा किला और जामा मस्जिद शामिल हैं।

दो मिनट में चलेगी एक किमी : 30 किमी लंबे ट्रैक पर 28 मेट्रो का संचालन होगा। एक किमी का सफर तय करने में मेट्रो को दो से तीन मिनट लगेंगे। प्रॉयरिटी कोरिडोर में एक किमी का सफर तय करने में पांच मिनट लगेंगे।

ऐसी होगी अपनी मेट्रो
- तीन कोच की मेट्रो में पहले और तीसरे कोच में ड्राइवर का केबिन होगा।
- रीजेनरेटिव ब्रेङ्क्षकग का फीचर होगा। इससे मेट्रो में लगने वाले ब्रेक के ऊर्जा रीजेनरेट करके फिर से सिस्टम में भेज दी जाएगी। इससे 35 प्रतिशत ऊर्जा की बचत होगी।
- वायु प्रदूषण को कम करने के लिए मेट्रो में प्रापल्सन सिस्टम भी मौजूद रहेगा।
- एक कोच में 350 के करीब यात्री बैठ सकेंगे।
- संचालन कम्युनिकेशन बेस्ड कंट्रोल सिस्टम से होगा।
- डिजाइन 90 किमी प्रति घंटा होगी, जबकि आपरेशन स्पीड 80 किमी होगी।
- पहले और आखिरी कोच में दिव्यांगजनों के लिए व्हीलचेयर होंगे।
- व्हीलचेयर के स्थान के पास लॉन्ग स्टॉप रिक्वेस्ट बटन होगा। इसे दबाकर दिव्यांगजन चालक को अधिक देर तक दरवाजा खुलने के लिए अनुरोध कर सकते हैं।
- तीन कोच में कुल 24 सीसीटीवी कैमरे और अग्नि से बचाव के सभी उपाय होंगे। यह डिपो और ऑपरेशन से ङ्क्षलक होंगे।
- मेट्रो ट्रैक पर कहीं पर भी बिजली का खंभा नहीं होगा। यहां थर्ड लाइन से बिजली की आपूर्ति की जाएगी।
- अत्याधुनिक फायर और क्रैश सेफ्टी मानकों के आधार पर डिजाइन किया गया है।
- प्रत्येक मेट्रो में मोबाइल चार्जिंग के 56 प्वाइंट होंगे।
- यात्रियों को सूचनाएं देने के लिए 36 एलसीडी पैनल्स भी होंगे।
- लॉक बैक बटन भी होगा। इसकी मदद से यात्री आपात स्थिति में ऑपरेटर से बात कर सकेंगे। यात्री की सही लोकेशन का पता सीसीटीवी कैमरे से चल सकेगा।

आगरा मेट्रो प्रोजेक्ट एक नजर में
- 30 किमी लंबा मेट्रो ट्रैक होगा
- 8369 करोड़ रुपये प्रोजेक्ट की लागत
- 14 किमी लंबा होगा सिकंदरा तिराहा से ताज पूर्वी गेट तक पहला कोरिडोर
- 16 किमी लंबा होगा आगरा कैंट से काङ्क्षलदी विहार तक दूसरा कोरिडोर
- 27 स्टेशन होंगे जिसमें 20 एलीवेटेड और सात अंडरग्राउंड स्टेशन होंगे
- 272 करोड़ रुपए से ताज पूर्वी गेट, बसई और फतेहाबाद रोड स्टेशन
- 112 करोड़ रुपए से पीएसी ग्राउंड में डिपो का निर्माण हुआ है
- 12 ट्रैक डिपो में हैं
- 1800 करोड़ रुपए से मेट्रो के सात अंडरग्राउंड स्टेशनों का निर्माण होगा
- 07 एलीवेटेड स्टेशनों के टेंडर जारी हो गए हैं। यह सभी दूसरे कोरिडोर के स्टेशन हैं।

आगरा में पहली मेट्रो आ गई है। इस माह के अंत तक दूसरी मेट्रो डिपो पहुंचेगी। दोनों मेट्रो को असेंबल किया जाएगा। एक साथ ट्रायल मई में होगा। ट्रायल एक माह तक चलेंगे। सबसे पहले ट्रायल डिपो में होगा। डिपो में 12 लाइनें बिछ चुकी हैं।
- सुशील कुमार, प्रबंध निदेशक, यूपीएमआरसी

कुछ साल पहले आगरा में मेट्रो होने की बात केवल सपना लगती थी। आज आगरा में पहली मेट्रो आ गई है। मेट्रो का काम आगरा में तेजी से चल रहा है। यह शहर के लिए काफी अच्छा है।
- राम प्रवेश, पब्लिक

अब आगरा भी मेट्रो सिटी हो जाएगा। यह सभी आगराइट्स के लिए गर्व की बात है। देश के कुछ ही शहरों में मेट्रो है। आगरा में मेट्रो का काम भी तेजी से चल रहा है। उम्मीद है जल्दी ही मेट्रो में सफर करेंगे।
- दीप्ति अग्रवाल, पब्लिक