आगरा(ब्यूरो)। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ। अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि अभियान के दौरान जिले में शून्य से पांच साल तक के 44513 छूटे बच्चों को वैक्सीनेटिड किया जाएगा। उन्होंने बताया कि यह अभियान तीन चरणों में संपन्न होगा। पहले चरण में 9 जनवरी से 20 जनवरी तक अभियान चलेगा। 13 से 24 फरवरी तक दूसरा और 13 से 24 मार्च तक तीसरा पखवाड़ा चलेगा। सीएमओ ने बताया कि टीकाकरण करने का कारण बच्चों को संक्रामक रोग होने की संभावना को कम करना है। इसके अलावा, अधिकांश लोगों के प्रतिरक्षण से समुदाय में संक्रामक रोगों के फैलने का खतरा कम हो जाता है। इससे व्यक्तियों और समुदाय के स्वास्थ्य की रक्षा होती है। उन्होंने अपील करते हुए कहा कि स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा अवश्य लगवाएं।

माइक्रोप्लान किया गया तैयार
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ। संजीव वर्मन (डीआईओ) ने बताया कि अभियान के दौरान शून्य से पांच वर्ष तक के बच्चों को 11 जानलेवा बीमारियों से बचाव के लिए टीकाकरण किया जा रहा है। लक्षित वर्ग से अपील है कि पखवाड़े के दौरान अपने बच्चों का टीकाकरण करा कर सहयोग प्रदान करें और आम जनमानस को प्रेरित करें इससे कोई भी बच्चा किसी भी वैक्सीन डोज के टीकाकरण से वंचित न हो। डीआईओ ने बताया कि शहर में दूर-दराज के जो भी ऐसे क्षेत्र हैं, जहां से लोग नियमित टीकाकरण कराने के लिए नहीं जाते हैं। उनके लिए विभाग विशेष माइक्रोप्लान तैयार किया गया है। पखवाड़े के दौरान कार्यरत सहयोगी संस्था डब्ल्यूएचओ और यूनिसेफ द्वारा सहयोगात्मक पर्यवेक्षण व मॉनिटरिंग की जाएगी। इस दौरान नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ। सुनीता सिंह, यूनिसेफ के डीएमसी अमृतांशु राज, राहुल व अन्य स्टाफ मौजूद रहा।