-आंगनबाड़ी कार्यकर्ता करेंगी सैम बच्चों का चिन्हाकंन
-राष्ट्रीय पोषण माह का विधायक ने किया उदघाटन
आगरा। एक से सात सितंबर को न्यूट्रीशन वीक के तौर पर मनाया जाता है। नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे-4 (2015-16) के मुताबिक उत्तर प्रदेश में पांच साल से कम उम्र के 46.3 फीसदी बच्चे अविकसित यानि कुपोषित हैं। कुपोषण की इस गंभीर समस्या को दूर करने के लिये सरकार द्वारा लगातार अभियान चलाए जा रहे हैं। सितंबर के माह को पोषण माह के रूप में मनाया जाता है, ताकि इससे कुपोषण के प्रति जागरुकता बढ़े। इसी क्रम में सोमवार को जनपद के सभी आंगनवाड़ी केंद्रों पर राष्ट्रीय पोषण माह का शुभारंभ किया गया। बाल विकास परियोजना सैंया के ग्राम सैंया में विधायक महेश कुमार गोयल द्वारा पोषण माह का उदघाटन किया गया। इसमें जिला कार्यक्रम अधिकारी साहब यादव, ग्राम प्रतिनिधि शैलेंद्र कसाना, पूर्व प्रधान मुरारी लाल, प्रभारी बाल विकास परियोजना अधिकारी ऊषा गोस्वामी, मुख्य सेविका सुधा शर्मा तथा आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सुनीता देवी, सर्वेश त्यागी उपस्थित रहे।
जिला कार्यक्रम अधिकारी साहब यादव ने बताया कि सभी बच्चों को पोषित बनाना इस पोषण माह का मुख्य उद्देश्य है। इस वर्ष पोषण माह में दो मुख्य उद्देश्यों को ध्यान में रखते हुए अभियान चलाया जाएगा। पहला अति कुपोषित बच्चों को चिह्नित कर उनकी मॉनिटरिंग की जाएगी और दूसरा किचन गार्डन को बढ़ावा देने के लिए पौधरोपण अभियान चलाया जाएगा। उन्होंने बताया कि आगरा जनपद में 0-5 साल तक के बच्चों में पोषण माह 2020 के दौरान सैम (सीवियर एक्यूट मॉलनरिश्ड) बच्चों को शीघ्र चिन्हांकन एवं सन्दर्भन है, जिसे अभियान के रूप में चलाया जाएगा।
पहला अति कुपोषित बच्चों को चिह्नित कर उनकी मॉनिटरिंग की जाएगी और दूसरा किचन गार्डन को बढ़ावा देने के लिए पौधरोपण अभियान चलाया जाएगा। किचिन गार्डन के माध्यम से अच्छे और हरी सब्जियों से भरपूर खाने के लिये जागरूक किया जाएगा।
-साहब यादव, जिला कार्यक्रम अधिकारी