आगरा(ब्यूरो)। घर की छत बोरिंग एरिया नहीं, बल्कि उपयोगी और आधुनिक हो जहां सौर ऊर्जा के साथ ग्रे वॉटर टैंक, वॉटर ट्रीटमेंट सिस्टम, बायोगैस प्लांट और चावल की पौध भी आसानी से लगाई जा सके। ये विचार जानी-मानी आर्किटेक्ट चित्रा विश्वनाथ ने रविवार को होटल जेपी पैलेस में आर्किटेक्ट एसोसिएशन आगरा द्वारा आयोजित तीन दिवसीय इंटरनेशनल आर्किटेक्ट्स कॉन्फ्रेंस के अंतिम दिन कहीं।
वास्तुगत सौंदर्य का उदाहरण ताजमहल
उन्होंने बताया कि यमुना जल पर आधारित आगरा के ताजमहल की तरह बेंगलुरु में कुंओं के जल पर आधारित हाउस ऑफ शंकरपुरम बसाया गया है। आर्किटेक्ट अनीशा शेखर मुखर्जी ने 'सर्चिंग फॉर ब्यूटी इन आर्किटेक्चरÓ विषय पर बोलते हुए कहा कि दुनिया भर में वास्तुगत सौंदर्य का सबसे अप्रतिम उदाहरण आगरा का ताजमहल और उसके बाद सिडनी का ओपेरा हाउस है। जरूरी है कि हम आर्किटेक्ट्स दुनिया भर की बिल्डिंग्स को ताजमहल की तरह सुंदरता का आइकन बनाएं, जहां लोगों के मन को वास्तविक शांति मिल सके। इसमें आर्किटेक्ट केतन जावड़ेकर ने कहा कि भविष्य में प्रगति करने के लिए, यह आवश्यक है कि हम अतीत और वर्तमान पर विचार करें। इस दौरान नेशनल एजुकेशन पॉलिसी 2020 के माध्यम से आर्किटेक्चरल एजुकेशन के प्रचार-प्रसार पर बल देते हुए पैनल डिस्कशन किया गया।
पैनल डिस्कशन भी हुआ
पैनल डिस्कशन के दौरान पाठ्यक्रमों में मानवीय मूल्यों, भावनाओं और भवन स्थापत्य कला के सौंदर्य बोध की परिभाषा पढ़ाए जाने पर जोर दिया गया। पैनल डिस्कशन में सूत्रधार स्कूल औफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर, दिल्ली के पूर्व प्रोफेसर स्नेहांशु मुखर्जी रहे। डॉ। शीतल शर्मा, डॉ। अमित हजेला, अनुज मेहता, डॉ। देवाशीष सान्याल और पुनीत सेठी ने सारगर्भित विचार रखे।
ताज नगरी के आर्किटेक्ट सुबोध शंकर की किताब हुई लोकार्पित
ताज नगरी के हिंदी साहित्यकार बाबू गुलाब राय के परिवार से जाने-माने आर्किटेक्ट सुबोध शंकर राय की पुस्तक 'राइट और रौंग- रेंडम थॉट्स ऑन आर्किटेक्चर एंड अर्बन प्लैनिंगÓ का लोकार्पण आर्किटेक्ट शिरीष बेरी, देवाशीष सान्याल, संगीत शर्मा, आर्किटेक्ट्स एसोसिएशन आगरा के प्रेसिडेंट समीर गुप्ता विभव, सिद्धार्थ शर्मा, अवंतिका शर्मा और श्रुति बंसल ने किया। इस मौके पर आर्किटेक्ट सुबोध शंकर ने बताया कि उन्होंने यह पुस्तक जाने-माने आर्किटेक्ट स्व। पीएल शर्मा को समर्पित की है। उन्हें 60 वर्ष पहले पीएल शर्मा जी का आशीर्वाद मिला था। इस पुस्तक में समय के साथ बदलते आर्किटेक्चर की परिभाषा और विविध आयामों पर आधारित उनके ज्ञानवर्धक अनुभव और आलेख प्रकाशित किए गए हैं।
लगाई गईं 80 स्टॉल्स
तीन दिवसीय इंटरनेशनल कांफ्रेंस के साथ भवन निर्माण से जुड़े उत्पादों और तकनीक पर आधारित प्रदर्शनी के अंतिम दिन भी देर रात तक हजारों लोग एक छत के नीचे 80 स्टॉल्स पर जानकारी लेते रहे। प्रेसिडेंट समीर गुप्ता विभव ने सफल आयोजन पर सभी का सम्मान और आभार व्यक्त किया। प्रेसिडेंट समीर गुप्ता विभव के साथ सचिव अमित जुनेजा, कोषाध्यक्ष अमित बघेल, समन्वयक सुनील चतुर्वेदी, येशवीर सिंह, सिद्धार्थ शर्मा, अनुराग खंडेलवाल, आकाश गोयल, अजय शर्मा, अवंतिका शर्मा, अनुभव दीक्षित, प्रीतम सिंह, अनुज सारस्वत, राहुल गुप्ता और जसप्रीत सिंह ने की अहम भूमिका रही।