आगरा(ब्यूरो)। राजा की मंडी के रहने वाले विकास कुमार घर में ही किराने की दुकान चलाते हैं, उनका कहना कि वर्ष 2016 में उन्होंने एनबीएफएल की आईआईएफएल कंपनी से होम लोन लिया था, जिसकी धनराशि 80 लाख रुपए है, विकास ने बताया कि अब तक उन्होंने 65 लाख रुपए जमा किया है, बकाया धनराशि भी जमा करने को तैयार हैं, लेकिन कंपनी कर्मचारी उनकी ढाई करोड़ रुपए की संपत्ति हड़पने को लेकर दबाव बना रहे हैं।
हाईकोर्ट में विचाराधीन है केस
विकास ने बताया कि इस मामले को लेकर वाद न्यायालय में विचाराधीन है। हाईकोर्ट में तारीख की जा रही हैं, इसके बाद भी कंपनी अधिकारी मकान खाली करने लिए दबाव बना रहे हैं, इससे उनके परिवार पर रोटी-रोजी का संकट मंडरा रहा है।
एक करोड़ रुपए की डिमांड
पीडि़त ने बताया कि उन्होंने कंपनी से 80 लाख रुपए होम लोन लिया था, वर्तमान मेें 65 लाख जमा कर चुके हैं, हाल ही में कंपनी की ओर से ओटीएस योजना लागू की गई है, जिसमें कंपनी के अधिकारियों की ओर से एक करोड़ रुपए की डिमांड की जा रही है, इसके बाद ही वे मामला खत्म करने की बात कर रहे हैं।