आगरा(ब्यूरो)। चातुर्मास कहां किया जाए, यह गुरु की आज्ञा पर निर्भर करता है। गुरु आचार्य विद्या सागर महाराज का आदेश आगरा में चातुर्मास करने का था। गुरुदेव का आशीर्वाद और आगरावासियों का पुण्य है जो आज चातुर्मास की स्थापना का स्वर्णिम अवसर आया है।

तो मेरा प्रवचन देना सार्थक
शांतिनाथ दिगंबर जैन मंदिर, हरीपर्वत में सोमवार को आचार्य विद्यासागर महाराज के शिष्य मुनि सुधा सागर महाराज ने धर्मसभा में यह प्रवचन किए। उन्होंने कहा कि जहां चातुर्मास होता है, वहां एक दिन की मुनिश्री की अगवानी होती है। आगरा वालों ने दो दिन की अगवानी करके सभी को पीछे छोड़ दिया है। साधु के साथ-साथ श्रावक का भी चातुर्मास हो तो चातुर्मास सफल हो जाता है। साधु का प्रवचन स्वयं के लाभ के लिए नहीं, बल्कि श्रावक के लाभ के लिए होता है। आप लोग प्रवचन को उपयोग में लाएं तो मेरा प्रवचन देना सार्थक होगा। धर्मसभा से पूर्व मुनिश्री सुधा सागर महाराज के वर्षायोग को कलश स्थापना की गई।

इन्होंने किया कलश स्थापित
मुख्य कलश व रजत ध्वज स्थापित करने का सौभाग्य प्रदीप जैन पीएनसी, नवीन जैन, चक्रेश जैन, योगेश जैन परिवार को मिला। दूसरा कलश पन्नालाल बैनाड़ा, तीसरा हीरालाल बैनाड़ा, चौथा नीरज जैन, पांचवां निर्मल जैन मोट््या के परिवार ने स्थापित किया। चातुर्मास की अखंड ज्योति प्राप्त करने का सौभाग्य सुखपाल परिवार को मिला। मुनिश्री के पाद प्रक्षालन का सौभाग्य योगेंद्र विनोद छाबड़ा, हस्तिनापुर खेकड़ा व पहाडिय़ा परिवार, जयपुर वालों को मिला। जिनवाणी भेंट करने का सौभाग्य अलवर के जयंती परिवार को मिला।

पांच हजार भक्तों ने मनाई गुरु पूर्णिमा
सोमवार दोपहर दो बजे से शांतिनाथ दिगंबर जैन मंदिर में गुरु पूर्णिमा महोत्सव मनाया गया। भक्तों ने संगीत पर नृत्य करते हुए गुरु की पूजा की। मुंबई, नागपुर, अहमदाबाद, सूरत, बड़ोदरा, जयपुर, कोटा, ललितपुर, उदयपुर, झांसी, दिल्ली, अलवर, अजमेर, नासिक, गाजियाबाद अलीगढ़, फिरोजाबाद, टूंडला, इटावा, कानपुर, प्रयागराज, सोनीपत, रोहतक, पानीपत आदि शहरों से आए पांच हजार भक्तों ने गुरु भक्ति कर पुण्य अर्जित किया। दिगंबर जैन धर्म प्रभावना समिति, आगरा दिगंबर जैन परिषद, दिगंबर जैन शिक्षा समिति ने मुनिश्री को श्रीफल भेंट किया। पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य, प्रदीप जैन पीएनसी, जितेंद्र जैन, अखिल बरौलिया, मनोज जैन बाकलीवाल, जगदीश प्रसाद जैन, सुनील जैन ठेकेदार, राकेश जैन पर्दे वाले, पार्षद राकेश जैन, पुष्पेंद्र जैन, दिलीप जैन, आशीष जैन मोनू समेत अन्य मौजूद रहे।

तप और संयम की ओर बढऩे से सफल होगा चातुर्मास
आगरा. गणिनी आर्यिका आर्षमति माताजी ससंघ के वर्षायोग को मंगल कलश स्थापना सोमवार को प्रतापपुरा चौराहा स्थित दि रमाना ग्रांड में भक्तिभाव से की गई। आर्यिका आर्षमति माताजी ने श्रद्धालुओं से कहा कि चातुर्मास का मंगल कलश तो स्थापित कर दिया, अब आपको तप और संयम की ओर बढऩा चाहिए। तभी यह चातुर्मास सफल और ऐतिहासिक होगा।

भेंट किए श्रीफल
ज्ञानार्ष वर्षायोग समिति ओल्ड ईदगाह कालोनी द्वारा आयोजित वर्षा योग मंगल कलश स्थापना समारोह व गुरु पूर्णिमा महोत्सव का शुभारंभ मंगलाचरण से हुआ। नैंसी जैन व प्रियांशी जैन ने नृत्य की मोहक प्रस्तुति दी। भक्तों ने समाधिस्थ आचार्य ज्ञान सागर महाराज के चित्र का अनावरण व दीप प्रज्वलन किया। गणिनी आर्यिका आर्षमति माताजी को भक्तों ने शास्त्र, वस्त्र भेंट किए और पाद प्रक्षालन किया। आगरा के साथ ही ग्वालियर, मनिया, मुरार, मुरैना, हाथरस, धौलपुर से आए भक्तों ने गुरु मां के चरणों में श्रीफल भेंट किए। मंगल चातुर्मास कलश स्थापना समारोह में पहला कलश लेने का सौभाग्य केदारनाथ, विनय कुमार जैन, दूसरा कलश नायक परिवार, तीसरा कलश रङ्क्षवद्र कुमार जैन, चौथा कलश रिखबचंद्र अमित कुमार जैन, पांचवां कलश संजय कुमार, अजय कुमार जैन को मिला। ध्वजारोहण राजेश जैन सेठी के परिवार को मिला। विधानाचार्य नितिन भैया के निर्देशन में कलश स्थापित किए गए। भजनों की प्रस्तुति पर श्रद्धालुओं ने नृत्यमय भक्ति की। संचालन पुनीत जैन व सोनू जैन ने किया। मंदिर अध्यक्ष रिखबंचद जैन, मंत्री अतुल जैन, अजय जैन, विकास जैन, अमित कुमार, बॉबी जैन, राजकुमार जैन, राहुल जैन, शुभम जैन आदि मौजूद रहे।