आगरा। पुलिस गिरफ्त मेें आई दिल्ली के हॉस्पीटल में नर्सिंग करने वाली पूजा देवी ने बताया कि वह डिमांड आने पर बच्चों की किडनैपिंग करती थी। इसके एवज में वह एक से दो लाख रुपए की रकम वसूलती थी। इस कार्य में महिला का पति भी उसका साथ देता था। फर्जी एफिडेविड बनाकर कानूनी प्रोसेस फॉलो करने का भरोसा भी दिया जाता था। यह दोनों ऑनडिमांड बच्चों को किडनैप कर बड़ी रकम लेकर बच्चों को उनको बेचते थे, जिनके बच्चे नहीं होते थे।

जून में किया था मासूम का किडनैप
6 जून को थाना सिकंदरा के शास्त्रीपुरम क्षेत्र से मजदूर दंपत्ति के 6 माह के बच्चे का स्कूटी सवार महिला-पुरुष ने किडनैप किया था। सीसीटीवी फुटेज ऑफ सर्विलांस के माध्यम से सिकंदरा पुलिस ने शुक्रवार को नर्स महिला पुरुष दोनों को गिरफ्तार किया है।

खंदारी से होनी थी बच्चे की किडनैपिंग
पुलिस पूछताछ में आरोपी अनिल और पूजा ने बताया कि उनकी एक और रिश्तेदार, जिसके कई साल से बच्चा नहीं हुआ है। उसको बच्चा देने के लिए उन्होंने डेढ़ लाख में डील की थी, जिसके लिए खंदारी से आज एक बच्चे को किडनैप करना था लेकिन उससे पहले ही पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया।

दंपत्ति ने पुलिस का जताया आभार
जैसे ही पुलिस ने बच्चे को सकुशल बरामद किया, यह सूचना मिलते ही मजदूर दंपत्ति थाने पर दौड़े आए। अपने बच्चे को सकुशल देख दोनों की आंखों से आंसू बहने लगे। मजदूर दंपत्ति थाना सिकंदरा प्रभारी निरीक्षक आनंद कुमार शाही और उनकी टीम पुलिस का शुक्रिया करते नजर आए। इस दौरान थाना प्रभारी भी भावुक हो उठे।

टीम वर्क से मिली सफलता
बच्चा चोरी करने वाले गिरोह का खुलासा थाना सिकंदरा प्रभारी निरीक्षक आनंद कुमार शाही के नेतृत्व में बनी टीमों ने किया। इसमें प्राक्षी टावर चौकी इंचार्ज अनुज कुमार, स्वॉट प्रभारी अजय कुमार, सर्विलांस प्रभारी सचिन धामा, एसआई ने निशामक त्यागी, रविंद्र सिंह, भूरा सिंह, राकेश कुमार की भूमिका रही।



महिला पूजा देवी दिल्ली के एक अस्पताल में नर्स की नौकरी करती है। उसका पति अनिल शर्मा शास्त्रीपुरम में ही रहता है। इन दोनों ने कासगंज में अपनी एक रिश्तेदार को एक लाख रुपए में यह बच्चा बेचा था। बच्चे को बरामद किया गया है।
सुधीर कुमार सिंह, एसएसपी