आगरा(ब्यूरो)। जगदीशपुरा की रहने वाली 15 वर्षीय किशोरी सातवीं की छात्रा है। पिता मजदूरी करते हैं। किशोरी 12 अगस्त की सुबह घर से बाजार गई थी। इसके बाद घर नहीं लौटी तो परिजनों ने उसे ढूंढना शुरू कर दिया। काफी तलाशने के बाद भी बेटी का कोई पता नहीं लगा। परिजनों ने बताया कि उनके पास 18 अगस्त को लखनऊ के सरोजनी नगर थाना पुलिस ने फोन किया। किशोरी के लखनऊ में मिलने की जानकारी दी और परिजनों से कहा कि वह अपनी बेटी को घर ले जाएं।
धमकी देकर आरोपी ने बैठाया रिक्शे में
किशोरी ने पूछताछ में परिजनों को बताया कि घर से निकलने के बाद अमरपुरा जगदीशपुरा का रहने वाला जावेद उसे धमकी देकर ई-रिक्शा में बैठा ले गया। कुछ सुंघाया भी था। इससे वह बेसुध हो गई। इसके बाद जावेद उसे किसी गांव में ले गया। वहां कुछ देर रखा और बस से लखनऊ ले गया। जावेद ने उसे रेलवे और बस स्टैंड पर रखा। इस दौरान उसके साथ फिजीकल टॉर्चर भी किया। लखनऊ में जावेद उसे एक बस में लेकर बैठा था। शक होने पर क्लीनर ने जावेद से पूछताछ की। इससे वह घबरा गया, किशोरी को सगी संबंधी बताने लगा और मौका पाकर चकमा दे भाग निकला। इस पर क्लीनर ने सरोजनी नगर थाने को सूचना दी।
परिजनों को सौंपी किशोरी
लखनऊ पुलिस ने आगरा में परिजनों को फोन कर किशोरी के मिलने की सूचना दी। उन्होंने कहा कि वह अपनी बेटी को ले जाएं। परिजनों के पहुंचने पर पुलिस ने किशोरी सौंप दी। प्रभारी निरीक्षक जगदीशपुरा जितेंद्र ङ्क्षसह ने बताया परिजनों की तहरीर पर आरोपी जावेद के खिलाफ किशोरी को बहला फुसलाकर ले जाने, दुष्कर्म और पॉक्सो एक्ट की धारा में मुकदमा दर्ज किया है। आरोपी को जगदीशपुरा क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया है।