आगरा(ब्यूरो)। उन्होंने बताया यह नया इंफ्लुएंजा दस वर्ष से कम उम्र के बच्चों को अधिक चपेट में ले रहा है। इसलिए अपने बच्चों को अच्छा खाना दें और उनकी इम्युनिटी का ध्यान रखें।
छह देशों में फैल चुका है
डॉ। कौशल ने बताया कि यह नया इंफ्लुएंजा चीन से निकलकर अब तक अमेरिका, डेनमार्क, नीदरलैैंड सहित छह देशों में पहुंच चुका है। उन्होंने कहा कि नया इंफ्लुएंजा कोई नई बीमारी नहीं है। यह भी कोविड-19, निमोनिया व अन्य वायरस की तरह ही है। बस इससे बचाव के लिए अपनी इम्युनिटी को हाई रखना होगा। जिससे कि बॉडी पर यह हावी न हो। उन्होंने कहा कि आगे ऐसे अन्य वायरस आते ही रहेंगे। इसलिए जरूरी है कि अपना खान-पान और लाइफस्टाइल ठीक रखें। डॉ। कौशल ने बताया कि होम्योपैथिक मेडिकल साइंस में मरीज की इम्युनिटी को बूस्ट करने के लिए दवाएं दी जाती हैैं। इससे मरीज अपने भीतर की इम्युनिटी से ही वायरस से लड़ता हैैं और मरीज स्वस्थ हो जाता है। उन्होंने कहा कि होम्योपैथिक मे विभिन्न प्रकार की एलर्जी जैसे- माइग्रेन, अर्टीकेरिया, एलर्जिक साइनोसाइटिस, अस्थमा, स्किन एलर्जी सहित सर्जीकल रोग जैसे- पथरी, हार्निया, प्रोस्टेट का बढऩा, स्त्रियों में अंडाशय की गांठ, रसौली, मस्से, तिल और मानसिक रोगों और विभिन्न वायरस का उपचार है। इसमें किसी सर्जरी की आवश्यकता नहीं पड़ती है। उन्होंने कहा कि जिन रोगों का उपचार मेडिकल साइंस की अन्य पैथियों में नहीं होता है होम्योपैथिक मेडिकल साइंस में हम एंकोलाइजिंग स्पोंडलाइटिस, जोड़ों के विभिन्न प्रकार के दर्द सहित कई मरीज ठीक कर देते हैैं।
कैंसर रोगी हुआ स्वस्थ
डॉ। केएस कौशल ने बताया कि उनके पास दो मार्च 2017 को 63 साल के मरीज बांकेलाल शर्मा आए। इससे पहले उन्हें गले में परेशानी होने पर वह नाक, कान, गला रोग विशेषज्ञ के पास गए तो उन्होंने कैंसर की संभावना जताई। इसके बाद कैंसर विशेषज्ञ के पास जाने पर जांच में उन्हें कैंसर डिटेक्ट हुआ। इसके बाद उन्होंने 2016 में दिल्ली में कीमो व रेडियोथेरेपी कराई। लेकिन आराम न होने पर वह होम्योपैथिक ट्रीटमेंट लेने के लिए डॉ। केएस कौशल के पास आ गए। उस वक्त मरीज का वजन 69 किलोग्राम था। 2022 तक ट्रीटमेंट चलने के बाद में अब मरीज पूरी तरह से स्वस्थ है। एक साल से उनका ट्रीटमेंट भी बंद हो चुका है और अब मरीज का वजन 76 किलोग्राम है। स्वस्थ होने के बाद बांकेलाल शर्मा ने बताया कि वह अब पूरी तरह स्वस्थ है।
एवियन इंफ्लुएंजा से बचाव के लिए इम्युनिटी को हाई रखना जरूरी है। इसके लिए अपना लाइफस्टाइल और खाना पीना अच्छा रखें।
- डॉ। केएस कौशल, वरिष्ठ होम्योपैथिक चिकित्सक
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एच3एन2 के लक्षण
- नाक बहना
- तेज बुखार
- खांसी (शुरूआत में गीली बाद में सूखी)
- चेस्ट कंजेशन
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इन्हें सबसे ज्यादा खतरा
- दस साल तक के बच्चों
- गर्भवती महिलाओं
- बुजुर्गों को
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बचाव के लिए यह करें
- अच्छा व स्वस्थ खाना खाएं
- अपनी लाइफस्टाइल को सुधारें
- रोजाना योग व व्यायाम करें
- प्राणायाम, अनुलोम-विलोम जैसी लंग्स एक्सरसाइज करें.
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