आगरा(ब्यूरो)। रमाशंकर की मृत्यु 6 अक्टूबर 2008 को हुई थी। जिले की थाना शमशाबाद पुलिस ने मृतक रमाशंकर से शांति भंग करने का खतरा देखते हुए उसके खिलाफ कार्रवाई कर दी। शमशाबाद पुलिस ने मृतक रमाशंकर को धारा 107, 116 में पाबंद किया है। पुलिस ने आंखों पर पट्टी बांधकर कार्रवाई के नाम पर केवल खानापूर्ति करते हुए एक मृतक के खिलाफ धारा 151 और 107,116 में मुकदमा दर्ज कर लिया। अब मामला उजागर होने के बाद शमशाबाद पुलिस की लापरवाही सामने आई है।
निर्दोष भी लगाते हैं चक्कर
शमसाबाद में लापरवाही सामने आने के बाद पुलिस की कार्यशैली का अंदाजा लगाया जा सकता है, कई बार देखा गया है कि ऐसे व्यक्ति को इलेक्शन के दौरान पाबंद किया जाता है, जो कई साल पहले उस स्थान को छोड़ चुका है। कई बार रंजिश के चलते भी पुलिस से गठजोड़ कर नाम लिखाया जाता है, इस तरह के कई मामले सामने आ चुके हें।
चालान में भी बरती जाती है लापरवाही
पुलिस की लापरवाही का यह पहला किस्सा नही है। इससे पूर्व भी जिले की पुलिस इस तरह के मुकदमे दर्ज कर चुकी है। पुलिस द्वारा कभी बाइक सवार को सीट बेल्ट नहीं लगाने के लिए चालान काटा गया तो कभी कार सवार को हेलमेट नहीं पहनने के लिए चालान काट दिया गया।
एसीपी फतेहाबाद करेंगे जांच
लापरवाही सामने आने पर आलाधिकारियों द्वारा मामले को संज्ञान में लिया गया है, वहीं एसीपी फतेहाबाद सौरभ सिंह को इस संबंध में जांच के आदेश दिए गए हैं।
थाना शमसाबाद में खेत को लेकर दो पक्षों में मारपीट हुई थी, इस संबंध में पुलिस ने दोनों पक्षों के लोगों को नामजद कर शांतिभंग में चालान किया था। लापरवाही की जांच कराई जा रही है।
सोमेन्द्र मीणा, पुलिस उपायुक्त पूर्वी