हॉस्पिटल प्रशासन ने मामला दबाने का किया प्रयास
शाहगंज की 11 वर्ष की बालिका से बाल रोग विभाग में 10 सितंबर की रात 11:55 बजे जूनियर डॉक्टर दिलशाद हुसैन पर अश्लील हरकत करने का आरोप है। मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने पहले मामले को दबाने का प्रयास किया था। ङ्क्षहदू संगठन बालिका के परिजन को लेकर बुधवार दोपहर थाने पहुंचे थे। हाफिजगंज, बरेली के जूनियर डॉक्टर दिलशाद हुसैन के खिलाफ दुष्कर्म एवं पॉक्सो एक्ट की धारा में मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया था। बालिका की मां ने बताया कि आरोपी डॉक्टर उनकी बेटी को आधा घंटे से अपने कमरे में बुलाने का प्रयास कर रहा था। बेटी को भूख लगने पर वह उसे वार्ड में छोड़कर खाने का सामान लेने गई थी।

गलत नीयत की नहीं लगी भनक
रात का समय होने के चलते बेटी को हिदायत दी गई थी कि वार्ड से बाहर नहीं जाना। उनके पीछे डॉक्टर ने बेटी को चेकअप के बहाने अपने कमरे में आने को कहा, लेकिन बेटी नहीं गई। डॉक्टर ने उनसे भी कहा था कि गर्मी अधिक है, वह बेटी के साथ कूलर में आकर सो जाएं। उन्हें लगा कि वह मानवता के चलते कह रहा है, उसकी गलत नीयत की भनक नहीं थी। एसीपी कोतवाली आनंद कुमार पांडेय ने बताया कि बालिका के कोर्ट में बयान दर्ज कराए गए हैं।
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गुड टच, बैड टच अभियान से जुड़ी रही हैं मां
बालिका की मां ने बताया कि वह पेशे से शिक्षिका रहीं हैं। चार वर्ष बेटियों को गुड टच, बैड टच के बारे में जागरूक करने वाली एक सामाजिक संस्था से जुड़ी रही हैं। उन्होंने 100 से अधिक बच्चियों को गुड और बैड टच के बारे में जागरूक किया था। बेटी को भी जागरूक करने के चलते ही उसने डॉक्टर की अश्लील हरकत का उसने विरोध किया था।


समझौते के लिए नौकरी का दिया लालच
एसएन मेडिकल कॉलेज में शर्मसार करने वाली घटना हुई जिस पर पर्दा डालने की पूरी कोशिश की गई। पीडि़त बालिका के पिता का आरोप है कि घटना के बाद कॉलेज प्रशासन ने मामला दबाने का प्रयास किया। प्रलोभन देकर पुलिस से शिकायत नहीं करने को भी कहा गया। पीडि़ता के पिता ने आरोप लगाया कि एसएन मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने उन्हें समझौते के एवज में नौकरी का लालच दिया। घटना से एसएन मेडिकल कॉलेज में महिला मरीजों की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़ा हो गया है। हालत यह हैं कि कॉलेज परिसर में कैमरे तक नहीं लगे हैं।

मुकदमा नहीं कराने की भी दी धमकी
पीडि़ता किशोरी के पिता ने आरोप लगाया कि घटना के बाद एसएन में मौजूद डॉक्टर्स ने उनको धमकी भी दी। कहा कि यहां पुलिस का हस्तक्षेप नहीं है। जो करते हैं हम ही करेंगे। अगर पुलिस में शिकायत करोगे तो ठीक नहीं होगा। तुम्हारी बच्ची का भविष्य भी खराब हो जाएगा।


एसएन मेडिकल कॉलेज में हुई घटना के बाद युवती के परिजन आए थे। परिजन को सभी जांच रिपोर्ट और डॉक्यूमेंट्स दिए गए। घटना की मेडिकल कॉलेज प्रबंधन की ओर से भी जांच की जा रही है।
डॉ प्रशांत गुप्ता, प्रिंसिपल, एसएन मेडिकल कॉलेज