आगरा(ब्यूरो) । नेशन हाईवे 19 पर आईएसबीटी (अन्तर्राज्यीय बस-अड्डा) के सामने रोजाना जाम के बावजूद न तो एनएचएआई (भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण) ध्यान दे रहा है और न ही पुलिस प्रशासन की तरफ से कोई कवायद की जा रही है। सर्विस रोड के कट पर रोडवेज की बसें और डग्गामार वाहन जाम की बड़ी वजह बन रहे हैं। वहीं बस अडडे से बाहर निकलने वाली बसें भी रास्ते में रुककर सवारियों को बैठाने के लिए कहीं भी बसों को खड़ा कर देती हैं। इससे जाम के हालत बन जाते हैं।

हाईवे, बस स्टैंड के बीच खड़े बेंडर्स
अन्तर्राज्यीय बस अड्डा और हाईवे के बीच अवैध रूप से खड़े बेंडर्स जाम का कारण बन रहे हैं। वहीं डग्गेमार वाहन भी इससे पीछे नहीं हैं। सवारियों को भरने के लिए डग्गेमार वाहन चालक, ऑटो, मयूरी और ई-रिक्शा चालक स्टैंड के मुख्य गेट पर सवारी देखते ही वाहनों को फंसा देते हैं। ऐसे में बस चालक भी सवारियों को भरने के लिए मुख्य गेट पर ही बसों को रोक लेते हैं, जो बाद में जाम का कारण बनते हैं।

आईएसबीटी बेंडर्स को अलॉट हैं दुकानें
अन्तर्राज्यीय बस अड्डे के बाहर निगर निगम की ओर से बेंडर्स के लिए स्टॉल अलॉट किए गए हैं, जो वर्तमान में बंद, मौके पर कुछ एक दुकानों का ही संचालन देखा गया जबकि अधिकतर दुकानों मेें ताले लगे नजर आए। अगर, हाईवे से बस स्टैंड के मार्ग पर लगे अवैध बेंडर्स को वहां शिफ्ट कर दिया जाए तो जाम की समस्या से काफी हद तक निजात मिल सकती है।

चौकी के सामने लगता है अतिक्रमण
निकाला जाता है। मगर, ट्रासंपोर्ट नगर के कट पर ही आईएसबीटी से निकलकर बसों और डग्गामार वाहनों का ठहराव हो रहा है। इससे वाहन फंस रहे हैं। इसके बावजूद कट पर पुलिसकर्मियों की तैनाती नहीं की गई है। यह तब है। जब पुलिसकर्मी 500 मीटर की दूरी पर खंदारी चौराहे के चेक पोस्ट पर बैठे रहते हैं। वही आईएसबीटी बस स्टैंड के बाहर मुख्य गेट पर टीपी नगर चौकी बनी है।

डग्गेमार वाहनों का ठहराव
आईएसबीटी के सामने बस स्टैंड को कायाकल्प करने का कार्य चल रहा है। इस कारण दोनों तरफ के वाहनों को सर्विस रोड से निकाला जाता है। मगर, ट्रासंपोर्ट नगर के कट पर ही आईएसबीटी से निकलकर बसों और डग्गामार वाहनों का ठहराव हो रहा है। इससे वाहन फंस रहे हैं। इसके बावजूद कट पर पुलिसकर्मियों की तैनाती नहीं की गई है। यह तब है जब पुलिसकर्मी 500 मीटर की दूरी पर रहते हैं।

आईएसबीटी पर यह है समस्या
-फ्लाईओवर के नीचे उतरने पर अवैध रूप से खड़ी बसें जाम का कारण बनती हैं।

-आईएसबीटी के बाहर, मुख्य रोड और सर्विस रोड से अतिक्रमण हटाने के नाम पर महज खानापूर्ति की जाती है।

-गलत दिशा से आने वाले वाहनों को रोकने के लिए भी कोई पुलिसकर्मी नहीं रहता है। इससे हादसे की आशंका हर समय बनी रहती है।

-आईएसबीटी के सामने कट पर ही रोडवेज बसें और डग्गामार वाहन खड़े हो जाते हैं, जिम्मेदार बेखबर रहते हैं।

-इस दौरान वाहन सर्विस रोड से वाहन हाईवे पर आते हैं तो फंसना पड़ता है। इससे जाम लग जाता है।

ट्रैफिक पुलिस
आईएसबीटी पर अवैध रूप से वाहनों को हटाने के लिए स्थिाई समस्या का हल निकाला गया है, जिसमें एक जनवरी से पुलिस पिकेट के साथ ट्रैफिक पुलिस की भी डयूटी लगाई जाएगी।
अरुन चंद, अपर पुलिस आयुक्त


नगर निगम।
अतिक्रमण को लेकर कई बार अभियान चलाया जाता है, लेकिन स्थानीय पुलिस की अनरदेखी से फिर से अतिक्रमण किया जाता है, अतिक्रमण को हटाने के लिए सभी को संयुक्त रूप से कार्य करना होगा। एक बार फिर से बुधवार को अभियान चलाया जाएगा।
सुरेंद्र सिंह, अपर नगर आयुक्त


आईएसबीटी बस स्टेंड
बस स्टैंड के बाहर अतिक्रमण की जिम्मेदारी नगर निगम और पुलिस की है, बस चालक और कंडेक्टर को इस संबंध में गाइड किया जाएगा कि वे रास्ते से सावरी भरने की वजह, स्टैंड से भरें।
चन्द्रहंस, आईएसबीटी बस स्टैंड प्रभारी